Class 7 ncert chemistry notes in hindi

Class 7 ncert chemistry notes in hindi

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रेशों से वस्त्र तक

जंतओं से प्राप्त किए जाने वाले रेशों को जांतव रेशे कहते है।

रेशम के रेशे ( फाइबर ) रेशम कीट के कोकून ( कोश ) तथा ऊन भेड़ , बकरी एवं याक से प्राप्त की जाती है। अतः रेशम और ऊन जांतव रेशे है।

हमारी ही तरह भेड़ की रोयेंदार त्वचा पर दो प्रकार के रेशे होते है – (१) दाढ़ी के रूखे बाल , और ( २ ) त्वचा के निकट अवस्थित तंतुरूपी मुलायम बाल। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

तंतुरूपी बाल ऊन ( कर्तित ऊन ) बनाने के लिए रेशे प्रदान करते है।

भेड़ों की कुछ नस्लों में केवल तंतुरूपी मुलायम बाल ही होते है।

तंतुरूपी मुलायम बालों जैसे विशेष गुणयुक्त भेड़ें उत्पन्न करने के लिए जनकों के चयन की प्रक्रिया वरणात्मक प्रजनन कहलाती है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

अंगोरा ऊन को अंगोरा नस्ल की बकरियों से प्राप्त किया जाता है जो जम्मू एवं कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाती है।

ऊँट , लामा और ऐल्पेका के बालों को भी ऊन प्राप्त करने के लिए संसाधित किया जाता है।

भारत में , अधिकतर भेड़ों को ऊन प्राप्त करने के लिए पाला जाता है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

भेड़ों की कुछ भारतीय नस्लें

नस्ल का नाम ऊन की गुणवत्ता राज्य जहाँ पाई जाती है
लोही
अच्छी गुणवत्ता की ऊन
राजस्थान ,पंजाब
रामपुर बुशायर
भूरी ऊन
उत्तर प्रदेश , हिमाचल प्रदेश
नाली ( नली )
गलीचे की ऊन
राजस्थान , हरियाणा , पंजाब
बाखरवाल
ऊनी शॉलों के लिए
जम्मू और कश्मीर
मारवाड़ी
मोती/ रुक्ष ऊन
गुजरात
पाटनवाड़ी
हौजरी के लिए
गुजरात

न्यूजीलैंड की भेड़ों से सबसे अच्छी ऊन प्राप्त होती है।

रेशों को ऊन में परिवर्तित करने के प्रक्रम को निम्न प्रकार से प्रदर्शित किया जा सकता है

ऊन की कटाई – अभिमार्जन (काटी गई ऊन की सफाई) – छँटाई – बर की छँटाई – रंगाई – रीलिंग Class 7 ncert chemistry notes in hindi

रेशों की छँटाई करने वालों का कार्य जोखिम भरा है , क्योंकि कभी – कभी वे ऐन्थ्रैक्स नामक जीवाणु द्वारा संक्रमित हो जाते है ,जो एक घातक रक्त रोग का कारक है , जिसे सोर्टर्स रोग कहते है।

रेशम ( सिल्क ) के रेशे भी जांतव रेशे होते है।

रेशम के कीट रेशम के फ़ाइबरों को बनाते है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

रेशम प्राप्त करने के लिए रेशम के कीटों को पालना रेशम कीट पालन ( सेरीकल्चर ) कहलाता है।

मादा रेशम कीट अंडे देती है जिनसे लार्वा निकलते है जो कैटरपिलर/इल्ली या रेशम कीट कहलाते है।

ये आकर में वृद्धि करते है और जब कैटरपिलर अपने जीवनचक्र की अगली अवस्था में प्रवेश करने के लिए तैयार होता है , तो यह प्यूपा / कोशित कहलाता है ,जो अपने इर्द – गिर्द एक जाल बुन लेता है।

यह जाल उसे अपने स्थान में बने रहने में सहायता करता है।

फिर यह अँग्रेजी संख्या आठ के रूप में अपने सिर को एक सिरे से दूसरे सिरे तक ले जाता है।

सिर की इस गति के समय कैटरपिलर पतले तार के रूप में प्रोटीन से बना एक पदार्थ स्त्रावित करता है जो कठोर होकर (सुखकर ) रेशम का रेशा बन जाता है।

जल्दी ही कैटरपिलर स्वयं को पूरी तरह से रेशम के रेशों से ढक लेता है और प्यूपा बन जाता है। यह आवरण कोकून कहलाता है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

कीट का इसके आगे का विकास कोकून के भीतर होता है।

रेशम का मृदु रेशा ( सूत्र ) स्टील के तार जितना मजबूत होता है।

रेशम का धागा रेशम कीट के कोकून से प्राप्त रेशों से तैयार किया जाता है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

रेशम कीट अनेक किस्म को होते है जो एक – दूसरे से काफी अलग दिखाई देते है और उनसे प्राप्त होने वाला रेशम का धागा गठन अर्थात रुक्षता , चिकनाहट , चमक आदि में भिन्न होता है।

अतः टसर रेशम , मूगा रेशम , कोसा रेशम तथा अन्य प्रकार के रेशम विभिन्न किस्म के रेशम कीटों द्वारा काते गए कोकूनों से प्राप्त किए जाते है।

सबसे सामान्य रेशम कीट शहतूत रेशम कीट है।

इस कीट के कोकून से प्राप्त होने वाला रेशम फ़ाइबर मृदु , चमकदार और लचीला होता है तथा इसे सुंदर रंगो में रंगा जा सकता है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

अपने जीवनचक्र में रेशम कीट रेशम के रेशों की कताई करके कोकून बनाते है।

रेशम फ़ाइबर प्रोटीन से बने होते है।

कोकूनों से रेशम के रेशों को पृथक करके उनका संसाधन किया जाता है और फिर रेशम का धागा बनाया जाता है। इस प्रक्रम को रीलिंग कहते है।

बुनकर रेशम के धागों से रेशम के वस्त्र बुनते है।

सूती वस्त्र पादप रेशों से बनाए जाते है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

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ऊष्मा

किसी वस्तु की उष्णता की कोटि ज्ञात करने के लिए हम सदैव अपनी स्पर्श – इन्द्रिय पर विश्वास नहीं कर सकते।

किसी वस्तु की उष्णता ( गर्मी ) की विश्वसनीय माप उसके ताप से की जाती है।

ताप मापने के लिए उपयोग की जाने वाली युक्ति को तापमापी ( थर्मामीटर ) कहते है।

जिस तापमापी से हम अपने शरीर के ताप को मापते है उसे डॉक्टरी थर्मामीटर कहते है।

डॉक्टरी थर्मामीटर से हम 35 oC से 42 oC तक के ताप ही माप सकते है।
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मानव शरीर की सामान्य ताप 37 oC है।

जिसे हम सामान्य ताप ( नार्मल टेम्परेचर ) कहते है , वह स्वस्थ व्यक्तियों के विशाल समूह के शरीर का औसत ताप है।

डॉक्टरी थर्मामीटर को केवल मानव शरीर का ताप मापने के लिए ही डिजाइन किया गया है।

मानव शरीर का ताप सामान्यतः 35 oC से कम तथा 42 oC से अधिक नहीं होता। यही कारण है कि इस थर्मामीटर का परिसर 35 oC से 42 oC है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

प्रयोगशाला तापमापी का परिसर प्रायः – 10 oC से 110 oC होता है।

मौसम की रिपोर्ट में दिए गए अधिकतम तथा न्यूनतम तापों की जानकारी देने के लिए अधिकतम – न्यूनतम तापमापी का उपयोग किया जाता है।

डॉक्टरी थर्मामीटर में विभंग ( किंक ) पारे के तल को अपने आप नीचे गिरने से रोकता है।

ऊष्मा सदैव गर्म वस्तु से अपेक्षाकृत ठंडी वस्तु की और प्रवाहित होती है।

वह प्रक्रम जिसमें ऊष्मा किसी वस्तु के गर्म सिरे से ठंडे सिरे की ओर स्थानांतरित होती है , चालन कहलाता है।

ठोसों में ऊष्मा प्रायः चालन के प्रक्रम द्वारा स्थानांतरित होती है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से जाने देते है उन्हें ऊष्मा का चालक कहते है। इनके उदाहरण है , ऐलुमिनियम , आयरन तथा कॉपर।

जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से नहीं जाने देते , उन्हें ऊष्मा का कुचालक कहते है।

कुचालकों को ऊष्मा – रोधी भी कहते है।

जल तथा वायु ऊष्मा के कुचालक है।

जल तथा वायु संवहन विधि द्वारा गर्म होती है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

एक वस्तु से दूसरी वस्तु में ऊष्मा तीन प्रक्रमों द्वारा स्थानांतरित हो सकती है। ये है , चलन , संवहन तथा विकिरण।

ठोसों में प्रायः ऊष्मा चालन द्वारा स्थानांतरित होती है।

द्रवों तथा गैसों में ऊष्मा संवहन द्वारा स्थानांतरित होती है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

चालन और संवहन द्वारा ऊष्मा के स्थानांतरण के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है।

विकिरण द्वारा ऊष्मा के स्थानांतरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती ।

हमारा शरीर विकिरण द्वारा ही परिवेश को ऊष्मा देता है तथा उससे ऊष्मा ग्रहण करता है।

सभी गर्म पिंड विकिरणों के रूप में ऊष्मा विकिरित करते है। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

गहरे रंग की वस्तुएँ हल्के रंग की वस्तुओं की अपेक्षा उष्मीय विकिरणों की अच्छी अवशोषक होती है।

यही कारण है कि हम गर्मियों में हल्के रंग के वस्त्रों में अधिक आराम का अनुभव करते है।

सर्दियों में ऊनी वस्त्र हमें गरम रखते है। इसका कारण यह है कि ऊन ऊष्मा – रोधी है तथा इसके रेशों के बीच में वायु फंसी ( ट्रैप ) होती है।

सेल्सियस स्केल की अभिकल्पना स्वीडन के खगोलशास्त्री ऐंडर्स सेल्सियस ने 1742 में की।

अनोखी बात यह थी कि उन्होंने जल का क्वथनांक ( उबलने का ताप ) 0 oC तथा हिमांक ( जमने का ताप ) 100 oC निर्धारित किया। तथापि इस क्रम को बहुत शीघ्र ही उल्ट दिया गया। Class 7 ncert chemistry notes in hindi

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MCQ

प्रश्न 1. जंतओं से प्राप्त किए जाने वाले रेशों को कहते है –

उत्तर- जांतव रेशे

प्रश्न 2. रेशम और ऊन है –

उत्तर- जांतव रेशे

प्रश्न 3. तंतुरूपी मुलायम बालों जैसे विशेष गुणयुक्त भेड़ें उत्पन्न करने के लिए जनकों के चयन की प्रक्रिया कहलाती है –

उत्तर- वरणात्मक प्रजनन

प्रश्न 4. रेशम के कीट रेशम के बनाते है –

उत्तर- फ़ाइबरों को

प्रश्न 5. रेशम प्राप्त करने के लिए रेशम के कीटों को पालना कहलाता है –

उत्तर- रेशम कीट पालन ( सेरीकल्चर )

प्रश्न 6. मादा रेशम कीट अंडे देती है जिनसे लार्वा निकलते है जो कहलाते है –

उत्तर- कैटरपिलर/इल्ली या रेशम कीट

प्रश्न 7. रेशम का धागा रेशम कीट के तैयार किया जाता है –

उत्तर- कोकून से प्राप्त रेशों से

प्रश्न 8. सबसे सामान्य रेशम कीट है –

उत्तर- शहतूत रेशम कीट

प्रश्न 9. अपने जीवनचक्र में रेशम कीट रेशम के रेशों की कताई करके बनाते है –

उत्तर- कोकून

प्रश्न 10. रेशम बने होते है –

उत्तर- फ़ाइबर प्रोटीन से

प्रश्न 11. कोकूनों से रेशम के रेशों को पृथक करके उनका संसाधन किया जाता है और फिर रेशम का धागा बनाया जाता है। इस प्रक्रम को कहते है –

उत्तर- रीलिंग

प्रश्न 12. सूती वस्त्र बनाए जाते है –

उत्तर- पादप रेशों से

प्रश्न 13. किसी वस्तु की उष्णता ( गर्मी ) की विश्वसनीय माप की जाती है –

उत्तर- उसके ताप से

प्रश्न 14. ताप मापने के लिए उपयोग की जाने वाली युक्ति को कहते है –

उत्तर- तापमापी ( थर्मामीटर )

प्रश्न 15. मानव शरीर की सामान्य ताप है –

उत्तर- 37 degree celsius

प्रश्न 16. जिसे हम सामान्य ताप ( नार्मल टेम्परेचर ) कहते है , वह स्वस्थ व्यक्तियों के विशाल समूह के शरीर का है –

उत्तर- औसत ताप

प्रश्न 17. डॉक्टरी थर्मामीटर में पारे के तल को अपने आप नीचे गिरने से रोकता है –

उत्तर- विभंग ( किंक )

प्रश्न 18. वह प्रक्रम जिसमें ऊष्मा किसी वस्तु के गर्म सिरे से ठंडे सिरे की ओर स्थानांतरित होती है , कहलाता है –

उत्तर- चालन

प्रश्न 19. ठोसों में ऊष्मा प्रायः स्थानांतरित होती है –

उत्तर- चालन के प्रक्रम द्वारा

प्रश्न 20. जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से जाने देते है उन्हें कहते है –

उत्तर- ऊष्मा का चालक

प्रश्न 21. जो पदार्थ अपने से होकर ऊष्मा को आसानी से नहीं जाने देते , उन्हें कहते है –

उत्तर- ऊष्मा का कुचालक

प्रश्न 22. जल तथा वायु ऊष्मा के है –

उत्तर- कुचालक

प्रश्न 23. जल तथा वायु गर्म होती है –

उत्तर- संवहन विधि द्वारा

प्रश्न 24. एक वस्तु से दूसरी वस्तु में ऊष्मा तीन प्रक्रमों द्वारा स्थानांतरित हो सकती है। ये है –

उत्तर- चलन , संवहन तथा विकिरण

प्रश्न 25. द्रवों तथा गैसों में ऊष्मा स्थानांतरित होती है –

उत्तर- संवहन द्वारा

प्रश्न 26. चालन और संवहन द्वारा ऊष्मा के स्थानांतरण के लिए आवश्यकता होती है –

उत्तर- एक माध्यम की

प्रश्न 27. विकिरण द्वारा ऊष्मा के स्थानांतरण के लिए आवश्यकता नहीं होती –

उत्तर- किसी माध्यम की

प्रश्न 28. हमारा शरीर परिवेश को ऊष्मा देता है तथा उससे ऊष्मा ग्रहण करता है –

उत्तर- विकिरण द्वारा

प्रश्न 29. सभी गर्म पिंड ऊष्मा विकिरित करते है –

उत्तर- विकिरणों के रूप में

प्रश्न 30. गहरे रंग की वस्तुएँ हल्के रंग की वस्तुओं की अपेक्षा उष्मीय विकिरणों की होती है –

उत्तर- अच्छी अवशोषक

प्रश्न 31. सेल्सियस स्केल की अभिकल्पना स्वीडन के खगोलशास्त्री ने 1742 में की –

उत्तर- ऐंडर्स सेल्सियस Class 7 ncert chemistry notes in hindi