ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

ध्वनि कक्षा 8 नोट्स :- ध्वनि कंपित वस्तुओ द्वारा उत्पन होती है |

किसी वस्तु की अपनी माध्य स्थिति के इधर-उधर या आगे पीछे होने वाली गति को कंपन कहते है।

कुछ स्थितियों में ये कंपन हमे आसानी से दिखाई दे जाते है।

लेकिन अधिकांश स्थितियों में उनका आयाम इतना कम होता है कि हम उन्हें देख नहीं पात।

तथपि, हम इन कंपनो का अनुभव कर सकते है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

जब हम किसी वाघयंत्र, जैसे सितार, के तार को कर्षित करते है तो हमे केवल तार की ही ध्वनि सुनाई नहीं देता है।

वास्तव में सम्पूर्ण यंत्र कंपन करता है और इस पुरे यंत्र के कंपन से उत्पन ध्वनि को हम सुनते है।

इसी प्रकार जब हम किसी मृंदगम की झिल्ली पर आघात करते है तो हम केवल झिल्ली की आवाज ही नहीं सुनते बल्कि सम्पूर्ण यंत्र की आवाज सुनते है।

मानवों में ध्वनि वाकयंत्र अथवा कंठ ( larynx ) द्वारा उत्पन्न होती है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

वाक्यंत्र या कंठ के आर-पार दो वाक-तंतु इस प्रकार तानित होते है कि उनके बीच में वायु के निकलने के लिए एक संकीर्ण झिरी बनी होती है |

जब फेफड़े वायु को बलपूर्वक झिरी से बाहर निकालते है तो वाकर-तंतुओ कंपित होते है जिससे ध्वनि उत्पन होती है।

वाक-तंतुओ से जुडी मांसपेशियाँ तंतुओ को तना हुआ या ढीला कर सकती है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

जब वाक-तंतु तने हुए और पतले होते है तब वाक ध्वनि का प्रकार या उसकी गुणता उस वाक ध्वनि से भिन्न होती है जब वाक-तंतु ढीले और मोटे होते है।

पुरुषो के वाक-तंतुओ की लंबाई लगभग 20 mm होती है।

महिलाओ में इसकी लंबाई लगभग 15 mm होती है।

बच्चो के वाक-तंतु बहुत छोटे होते है।

यही कारण है कि पुरुषो, महिलाओ तथा बच्चो की वाक ध्वनियाँ भिन्न-भिन्न होती है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

ध्वनि किसी माध्यम ( गैस , द्रव या ठोस ) में संचरित होती है। यह निर्वात में संचरित नहीं हो सकती।

कर्ण पटह ध्वनि के कंपनों को अनुभव करते है। यह इन संकेतों को मस्तिष्क तक भेज देते हैं। इस प्रक्रिया को श्रवण कहते है।

कान के बाहरी भाग की आकृति कीप जैसी होती है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

ध्वनि कक्षा 8 नोट्स image

जब ध्वनि इसमें प्रवेश करती है तो यह एक नलिका से गुजरती है जिसके सिरे पर एक पतली तानित झिल्ली होती है। इसे कर्ण पटह ( eardrum) कहते है।

कर्ण पटह एक तानित रबड़ की शीट के समान होता है। ध्वनि के कम्पन कर्ण पटह को कंपित करते है।

कर्ण पटल कंपनों को आंतर कर्ण ( inner ear) तक भेज देता है।

वहाँ से संकेतो को मस्तिष्क तक भेज दिया जाता है। इस प्रकार हम ध्वनि को सुनते हैं। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

किसी वस्तु का बार – बार इधर – उधर गति करना कंपन कहलाता है। इस गति को दोलन गति भी कहते हैं।

प्रति सेकंड होने वाले दोलनों या कंपनों की संख्या दोलन की आवृत्ति कहलाती है।

आवृत्ति को हर्ट्ज में मापा जाता है। इसका संकेत Hz है।

1 Hz आवृत्ति एक दोलन प्रति सेकंड के बराबर होती है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

जब किसी कंपित वस्तु का आयाम अधिक होता है तो इसके द्वारा उत्पन ध्वनि प्रबल होती है। जब आयाम कम होता है तो उत्पन ध्वनि मंद होती है।

ध्वनि की प्रबलता इसके आयाम पर निर्भर करती है।

ध्वनि की प्रबलता ध्वनि उत्पन्न करने वाले कंपनों के आयाम के वर्ग के समानुपातिक है।

उदाहरण के लिए , यदि आयाम दुगुना हो जाए तो प्रबलता 4 के गुणक में बढ़ जाती है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

प्रबलता को डेसिबेल (db ) मात्रक में व्यक्त करते है।

कुछ स्त्रोतों से आने वाली ध्वनि की प्रबलता –

सामान्य स्वास – 10 db

मंद फुसफुसाहट – 30 db

सामान्य बातचीत / वार्तालाप – 60 db

व्यस्त यातायात – 70 db

औसत फैक्ट्री – 80 db ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

80 db से अधिक प्रबल शोर शरीर के लिए कष्टदायक होता है।

आवृत्ति ध्वनि की तीक्ष्णता या तारत्व को निर्धारित करती है। यदि कंपन की आवृत्ति अधिक है तो हम कहते हैं कि ध्वनि तीखी है। यदि कंपन की आवृत्ति कम है तो हम कहते है कि ध्वनि का तारत्व कम है।

कंपन की आवृत्ति अधिक होने पर तारत्व अधिक होता है और ध्वनि अधिक तीक्ष्ण होती है।

उदाहरण के लिए, ढोल मंद आवृत्ति से कंपित होता है। इसलिए यह कम तारत्व की ध्वनि उत्पन करता है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

दूसरी ओर, सीटी की आवृत्ति अधिक होती है और इसलिए अधिक तारत्व की ध्वनि उत्पन करती है |

पक्षी उच्च तारत्व की ध्वनि उत्पन करता है जबकि शेर की दहाड़ का तारत्व मंद होता है।

तथापि, शेर की दहाड़ अत्यधिक प्रबल है जबकि पक्षी की ध्वनि दुर्बल होती है।

लगभग 20 कंपन प्रति सेकंड ( 20 Hz ) से कम आवृत्ति की ध्वनियाँ मानव कान सुन नहीं सकता। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

यह कह सकते हैं कि 20 Hz से कम आवृत्ति की ध्वनियाँ मानव कान द्वारा संसूचित नहीं की जा सकती। ऐसी ध्वनियों को अश्रव्य कहते है।

उधर लगभग 20,000 कंपन प्रति सेकंड ( 20 k Hz ) से अधिक आवृत्ति की ध्वनियाँ भी मानव कान द्वारा संसूचित नहीं होती।

अतः मानव कानों के लिए श्रव्य की आवृत्ति का पारस ( Range ) लगभग 20 Hz – 20 k Hz के बीच की आवृत्ति वाली ध्वनियाँ ही सुन सकते हैं।

अप्रिय ध्वनियाँ शोर कहलाती हैं।

सुस्वर ध्वनि वह है जो कानों को सुखद लगती है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

कुछ जंतु 20,000 Hz से अधिक की आवृत्ति की ध्वनियों को भी सुन सकते है। कुत्तो में यह क्षमता है।

पुलिसकर्मी उच्च आवृत्ति की ध्वनि उत्पन करने वाली सीटियों का उपयोग करते है जिसे कुत्ते सुन सकते है लेकिन मानव नहीं सुन पाते।

जाने माने पराश्रव्य ध्वनि ( ultrasound ) उपकरण जो चिकित्सा के क्षेत्र में अनेक समस्याओ के अनुसंधान एवं निदान के लिए प्रयोग होते है, 20,000 Hz से अधिक की आवृत्ति पर कार्य करते है।

अत्यधिक या अवांछित ध्वनियाँ ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न करती है। ध्वनि प्रदूषण मानवों के लिए स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

अनिद्रा , अति तनाव ( उच्च रक्त – चाप ) , चिन्ता तथा अन्य बहुत से स्वास्थ्य संबंधी विकार ध्वनि – प्रदूषण से उत्पन्न हो सकते है।

लगातार प्रबल ध्वनि के प्रभाव में रहने वाले व्यक्ति की सुनने की क्षमता अस्थायी अथवा स्थायी रूप से कम हो जाती है।

ध्वनि प्रदूषण को न्यूनतम करने के प्रयास करने चाहिए।

सड़क के किनारे तथा अन्य स्थानों पर पेड़ लगाने से ध्वनि प्रदूषण को कम किया जा सकता हैं। ध्वनि कक्षा 8 नोट्स

MCQ

प्रश्न 1. कंपित वस्तुओ द्वारा उत्पन होती है –

उत्तर- ध्वनि

प्रश्न 2. किसी वस्तु की अपनी माध्य स्थिति के इधर-उधर या आगे पीछे होने वाली गति को कहते है –

उत्तर- कंपन

प्रश्न 3. मानवों में ध्वनि उत्पन्न होती है –

उत्तर- वाकयंत्र अथवा कंठ ( larynx) द्वारा

प्रश्न 4. पुरुषो के वाक-तंतुओ की लंबाई होती है –

उत्तर- लगभग 20 mm

प्रश्न 5. महिलाओ में वाक-तंतुओ की लंबाई होती है –

उत्तर- लगभग 15 mm

प्रश्न 6. बच्चो के वाक-तंतु होते है –

उत्तर- बहुत छोटे

प्रश्न 7. ध्वनि को संचरित होने के लिए आवश्यकता होती है –

उत्तर- किसी माध्यम की

प्रश्न 8. ध्वनि संचरित नहीं हो सकती –

उत्तर- निर्वात में

प्रश्न 9. कर्ण पटह ध्वनि के कंपनों को अनुभव करते है। यह इन संकेतों को मस्तिष्क तक भेज देते हैं। इस प्रक्रिया को कहते है –

उत्तर- श्रवण

प्रश्न 10. किसी वस्तु का बार – बार इधर – उधर गति करना कंपन कहलाता है। इस गति को भी कहते हैं –

उत्तर- दोलन गति

प्रश्न 11. प्रति सेकंड होने वाले दोलनों या कंपनों की संख्या कहलाती है –

उत्तर- दोलन की आवृत्ति

प्रश्न 12. आवृत्ति को में मापा जाता है –

उत्तर- हर्ट्ज ( Hz) में

प्रश्न 13. ध्वनि की प्रबलता निर्भर करती है –

उत्तर- इसके आयाम पर

प्रश्न 14. ध्वनि की प्रबलता ध्वनि उत्पन्न करने वाले कंपनों के आयाम के समानुपातिक है –

उत्तर- वर्ग के

प्रश्न 15. प्रबलता का मात्रक है –

उत्तर- डेसिबेल (db)

प्रश्न 16. कंपन की आवृत्ति अधिक होने पर अधिक होता है –

उत्तर- तारत्व

प्रश्न 17. 20 Hz से कम आवृत्ति की ध्वनियाँ मानव कान द्वारा नहीं की जा सकती –

उत्तर- संसूचित

प्रश्न 18. मानव कानों के लिए श्रव्य की आवृत्ति का पारस ( Range) होता है –

उत्तर- लगभग 20 Hz – 20 k Hz के बीच

प्रश्न 19. सड़क के किनारे तथा अन्य स्थानों पर पेड़ लगाने से कम किया जा सकता हैं –

उत्तर- ध्वनि प्रदूषण को