RD kya hota hai image
RD kya hota hai

RD kya hota hai | RD खाता क्या होता है?

author
1 minute, 49 seconds Read

RD kya hota hai

RD kya hota hai – भारत एक तेज़ी से उभरता हुआ केंद्रीय निवेश केंद्र बनता जा रहा है, जहां लोग अब अपने पैसों को केवल बचाकर नहीं, बल्कि समझदारी से निवेश कर के सुरक्षित भविष्य बना रहे हैं। ऐसे समय में जब मार्केट में अनगिनत इन्वेस्टमेंट विकल्प मौजूद हैं, तो सवाल उठता है — क्या कोई ऐसा तरीका है जो सुरक्षित हो, सुविधाजनक हो और हर किसी की पहुँच में हो?
इसका जवाब है — Recurring Deposit (RD)।

आरडी एक ऐसा नॉन-मार्केट लिंक्ड निवेश टूल है जो ना केवल जोखिमों से दूर रहता है, बल्कि एक निश्चित रिटर्न का भरोसा भी देता है। यह उन लोगों के लिए एक वरदान की तरह है जो हर महीने थोड़ी-थोड़ी रकम बचाकर एक बड़ा लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं — जैसे बच्चों की फीस, ट्रैवेल फंड, या एक इमरजेंसी बफर।
500 जैसी छोटी रकम से भी शुरू होने वाला यह निवेश, समय के साथ एक मजबूत फंड में बदल जाता है। और सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें ना तो किसी मार्केट के उतार-चढ़ाव का डर होता है, और ना ही कोई पेचीदगी।

तो क्या यह सही निवेश है आपके लिए? इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि RD kya hota hai, RD कैसे काम करता है, इसे खोलने का तरीका क्या है, और आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए — ताकि आपका हर छोटा कदम एक बड़े वित्तीय लक्ष्य की ओर बढ़ सके। RD kya hota hai

RD kya hota hai

रिकरिंग डिपॉजिट, जिसे आमतौर पर आरडी कहा जाता है, भारत में बैंक्स और वित्तीय संस्थानों द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है। यह एक ऐसा निवेश उपकरण है जिसमें आप हर महीने एक निश्चित राशि जमा करते हैं और उस पर निर्धारित ब्याज प्राप्त करते हैं। आरडी की खास बात यह है कि यह फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से अलग होता है, क्योंकि इसमें आप अपनी सुविधानुसार मासिक जमा राशि और निवेश अवधि चुन सकते हैं। भारत के अधिकतर प्रमुख बैंक, NBFC और डाकघर 6 महीने से लेकर 10 साल तक की अवधि के लिए RD खाते की सुविधा देते हैं।

यहाँ ब्याज दर एक बार तय होने के बाद पूरी अवधि में स्थिर रहती है, जिससे आपका निवेश सुरक्षित रहता है। आरडी पर मिलने वाला ब्याज तिमाही आधार पर कंपाउंड होता है, जो निवेश को बढ़ाने में मदद करता है। न्यूनतम निवेश राशि 500 से शुरू होती है, जिससे यह छोटे निवेशकों के लिए भी बेहद सुलभ विकल्प बन जाता है। नियमित मासिक बचत और निश्चित ब्याज के कारण RD उन लोगों के लिए आदर्श है जो अनुशासित तरीके से धन संचित करना चाहते हैं। यदि आप सोच रहे हैं ‘RD kya hota hai’ और कैसे काम करता है, तो जान लें कि यह एक सुरक्षित, जोखिम-रहित और सुनिश्चित रिटर्न वाला निवेश विकल्प है जो आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करता है। RD kya hota hai

रिकरिंग डिपॉजिट (RD) कैसे काम करता है?

रिकरिंग डिपॉजिट एक ऐसा निवेश टूल है जिसमें आप हर महीने एक निश्चित राशि जमा करते हैं, जिसे बैंक या वित्तीय संस्था आपके चुने हुए समयावधि तक सुरक्षित रखती है और उस पर निश्चित ब्याज भी देती है। उदाहरण के तौर पर, मान लीजिए कि आपने हर महीने ₹5,000 एक आरडी खाते में जमा करने का निर्णय लिया है और अवधि 2 साल (24 महीने) की रखी है। हर महीने जमा की गई यह राशि बैंक द्वारा तय ब्याज दर के हिसाब से तिमाही आधार पर कंपाउंड होती है।

2 साल पूरे होने पर आपको आपकी कुल जमा राशि के साथ-साथ उस पर अर्जित ब्याज की भी राशि एक साथ मिलती है। इस तरह, RD नियमित बचत को प्रोत्साहित करता है और आपको सुनिश्चित रिटर्न के साथ अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करता है। RD का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपनी क्षमता के अनुसार छोटी रकम से भी शुरुआत कर सकते हैं और समय के साथ एक बड़ा फंड बना सकते हैं। RD kya hota hai

RD की विशेषताएँ (Features of Recurring Deposit)

  1. नियत मासिक जमा :- हर महीने एक निश्चित राशि जमा करनी होती है।
  2. न्यूनतम और अधिकतम अवधि :- 6 महीने से लेकर 10 साल तक की अवधि के लिए जमा कर सकते हैं।
  3. फिक्स्ड ब्याज दर :- ब्याज दर शुरू में तय होती है, जो पूरे टर्म में स्थिर रहती है।
  4. चक्रवृद्धि ब्याज :- ब्याज तिमाही (quarterly) आधार पर कंपाउंड होता है।
  5. समय पूर्व निकासी की अनुमति :- जरूरत पड़ने पर समय से पहले भी खाता बंद किया जा सकता है, पर दंड (penalty) लागू हो सकती है।
  6. ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प :- बैंक शाखा या नेट बैंकिंग/मोबाइल ऐप से खाता खोल सकते हैं।
  7. नामांकित व्यक्ति का विकल्प :- खाते में नामांकित व्यक्ति को जोड़ा जा सकता है।
  8. व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट दोनों के लिए उपलब्ध :- नाबालिग, वरिष्ठ नागरिक, एनआरआई, संस्थाएं भी आरडी खोल सकते हैं। RD kya hota hai

RD खातों के प्रमुख प्रकार (Types of RD Accounts in Hindi)

1. नियमित आर.डी. खाता (Regular RD Account)

सामान्य नागरिकों के लिए सबसे आम RD खाता।

हर महीने एक निश्चित राशि जमा करनी होती है।

कार्यकाल 6 महीने से 10 साल तक हो सकता है।

ब्याज दरें बैंक द्वारा तय होती हैं।

2. वरिष्ठ नागरिकों के लिए आर.डी. (Senior Citizen RD)

60 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों के लिए विशेष योजना।

सामान्य खातों की तुलना में 0.50% से 0.75% ज्यादा ब्याज मिलता है।

रिटायरमेंट के बाद की वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने के लिए आदर्श।

3. नाबालिगों के लिए आर.डी. खाता (Minor RD Account)

बच्चों (18 वर्ष से कम आयु) के नाम पर अकाउंट खोला जा सकता है।

खाता संचालन माता-पिता या अभिभावक द्वारा किया जाता है।

बचपन से बचत की आदत डालने का अच्छा माध्यम।

ब्याज दरें रेगुलर RD के समान होती हैं।

4. एनआरई / एनआरओ आर.डी. खाते (NRE / NRO RD Accounts)

विदेश में रहने वाले भारतीय (NRI) इस खाते का लाभ उठा सकते हैं।

NRE RD: विदेश की कमाई भारतीय मुद्रा में निवेश करने के लिए। ब्याज टैक्स-फ्री होता है।

NRO RD: भारत में प्राप्त आय (जैसे किराया, पेंशन आदि) को जमा करने के लिए।

5. फ्लेक्सी आर.डी. (Flexi RD Account)

इसमें हर महीने अलग-अलग राशि जमा करने की सुविधा होती है (minimum limit के साथ)।

फ्रीलांसर या अस्थिर आमदनी वाले व्यक्तियों के लिए बेहतर विकल्प।

कुछ बैंकों में यह विकल्प उपलब्ध है।

टिप: – अगर आप बच्चे के भविष्य, रिटायरमेंट प्लानिंग, या विदेश में रहते हुए भारत में निवेश करना चाहते हैं – तो RD अकाउंट का सही प्रकार चुनना बेहद ज़रूरी है। RD kya hota hai

रिकरिंग डिपॉजिट (RD) के लिए पात्रता

रिकरिंग डिपॉजिट खाता खोलने की पात्रता (Eligibility Criteria for RD Account)

बचत खाता होना जरूरी है

आरडी खाता केवल उन्हीं के लिए उपलब्ध होता है जिनके पास किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट है।

व्यक्तिगत व्यक्ति

कोई भी भारतीय नागरिक RD अकाउंट खोल सकता है, चाहे वह सैलरीड हो या स्वरोजगार में हो।

नाबालिग (Minor)

10 वर्ष से अधिक आयु का नाबालिग स्वयं अकाउंट खोल सकता है।

10 वर्ष या उससे कम आयु के नाबालिग के लिए माता-पिता या कानूनी अभिभावक की देखरेख में अकाउंट खुलता है।

वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizens)

60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति वरिष्ठ नागरिक आरडी खाता खोल सकते हैं और उन्हें अतिरिक्त ब्याज दर का लाभ भी मिलता है।

संगठन और कंपनियां (Organizations & Institutions)

कॉर्पोरेट कंपनियां, सरकारी संस्थाएं, पार्टनरशिप फर्म, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, ट्रस्ट आदि भी RD अकाउंट खोल सकते हैं। RD kya hota hai

RD अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज

RD अकाउंट ओपनिंग फॉर्म (ऑनलाइन या ऑफलाइन फॉर्मेट में)

पहचान प्रमाण (ID Proof)

आधार कार्ड

पैन कार्ड

वोटर ID

ड्राइविंग लाइसेंस

पासपोर्ट

पते का प्रमाण (Address Proof)

आधार कार्ड

यूटिलिटी बिल (बिजली/पानी/गैस)

बैंक स्टेटमेंट

पासपोर्ट

KYC डॉक्युमेंट्स (Know Your Customer)

बैंक/एनबीएफसी द्वारा मांगे जाने पर, ग्राहक को पहचान और पते के प्रमाण जमा करने होते हैं।

दो पासपोर्ट साइज फोटो

हालिया रंगीन फोटो साफ क्वालिटी में।

बचत खाता विवरण

सेविंग अकाउंट नंबर

IFSC कोड

बैंक ब्रांच का नाम

नोट :- हर बैंक या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन के डॉक्यूमेंट और प्रोसेस में थोड़े बहुत बदलाव हो सकते हैं। इसलिए आवेदन से पहले संबंधित बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या ब्रांच से जानकारी ज़रूर लें। RD kya hota hai

आरडी खाता कैसे खोलें?

आप रिकरिंग डिपॉजिट (RD) खाता दो मुख्य तरीकों से खोल सकते हैं – ऑनलाइन और ऑफलाइन। नीचे दोनों प्रोसेस को आसान पॉइंट्स में समझाया गया है:

1. ऑनलाइन आरडी खाता कैसे खोलें?

यदि आपके पास पहले से Net Banking या Mobile Banking App एक्टिव है, तो यह तरीका सबसे तेज और सुविधाजनक है:

अपने बैंक की Net Banking वेबसाइट या मोबाइल ऐप में लॉगिन करें।

डैशबोर्ड से ‘Open e-RD Account’ या ‘Recurring Deposit’ का विकल्प चुनें।

अपना सेविंग अकाउंट नंबर चुनें जिससे किस्त कटेगी।

मासिक जमा राशि और निवेश अवधि दर्ज करें (जैसे ₹1000/12 महीने)।

दिख रही ब्याज दर (Interest Rate) और अनुमानित परिपक्वता राशि (Maturity Amount) चेक करें।

नॉमिनी डिटेल्स जोड़ें।

नियमों और शर्तों को स्वीकार करें, फिर आवेदन सबमिट करें।

सफल सबमिट के बाद एक Confirmation Message स्क्रीन पर दिखेगा और रसीद आपके रजिस्टर्ड ईमेल पर भेज दी जाएगी।

अब हर महीने आपकी चुनी हुई राशि सेविंग अकाउंट से ऑटोमैटिक कटेगी।

2. ऑफलाइन आरडी खाता कैसे खोलें?

अगर आप बैंक जाकर खाता खोलना पसंद करते हैं, तो यह तरीका अपनाएं:

अपनी बैंक की निकटतम शाखा में जाएं।

वहां से Recurring Deposit Application Form प्राप्त करें।

फॉर्म में ये जानकारियां भरें:

मासिक किस्त राशि

अवधि (जैसे 1 साल, 3 साल)

नॉमिनी की जानकारी

भुगतान का तरीका (Cash/Cheque)

अपने डॉक्यूमेंट्स और पासपोर्ट साइज़ फोटो साथ रखें।

पहली किस्त का भुगतान करें (Cash या Cheque से)।

बैंक कर्मचारी आपका फॉर्म प्रोसेस करेंगे और अकाउंट चालू होने की जानकारी देंगे।

जरूरी सलाह: –

– ऑनलाइन आवेदन के लिए आपका Net Banking पहले से एक्टिव होना ज़रूरी है।
– ऑफलाइन आवेदन करते समय सभी डॉक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी और ओरिजिनल दोनों साथ रखें।
– नॉमिनी जोड़ना ज़रूरी नहीं है, लेकिन यह सुरक्षा की दृष्टि से फायदेमंद होता है।

RD खाता खोलने से पहले विचार करने योग्य कारक

1. ब्याज दर (Interest Rate) :- हर बैंक या पोस्ट ऑफिस अलग-अलग ब्याज दरें देते हैं। खाता खोलने से पहले यह देखना जरूरी है कि कौन सा बैंक आपको आपकी निवेश राशि पर बेहतर ब्याज देगा।

टिप :- सीनियर सिटीज़न के लिए कुछ बैंकों में अतिरिक्त ब्याज मिलता है।

2. जमा अवधि (Deposit Tenure) :- आरडी की अवधि 6 महीने से लेकर 10 साल तक होती है। आपको यह तय करना होगा कि आप कितने समय तक हर महीने निवेश करने में सक्षम हैं।

टिप :- लंबी अवधि के लिए आमतौर पर बेहतर ब्याज दर मिलती है।

3. मासिक किस्त की राशि (Monthly Installment Amount):- यह सोच-समझकर तय करें कि आप हर महीने कितनी राशि जमा कर सकते हैं। समय पर किस्त जमा न करने पर जुर्माना लग सकता है।

टिप :- कभी भी अपनी आमदनी से ज़्यादा की किस्त न चुनें।

4. प्रीमैच्योर विदड्रॉल की शर्तें (Premature Withdrawal Rules) :- अगर आप आरडी को समय से पहले बंद करना चाहते हैं, तो कई बैंक पेनल्टी लगाते हैं और ब्याज दर घटा देते हैं। इसलिए, इसकी शर्तें पहले जानना जरूरी है।

5. टैक्सेशन नियम (Taxation Rules) :- आरडी पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है। अगर ब्याज 40,000 (सीनियर सिटीज़न के लिए 50,000) से ज्यादा होता है, तो TDS काटा जा सकता है।

टिप: फॉर्म 15G/15H जमा करके TDS बचाया जा सकता है (अगर आपकी इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आती हो)।

6. ऑटो-डेबिट सुविधा (Auto-Debit Option) :- अधिकांश बैंक आपके सेविंग अकाउंट से हर महीने किस्त की ऑटो डेबिट सुविधा देते हैं। इसे एक्टिवेट करने से समय पर पेमेंट सुनिश्चित होता है।

7. नामांकन सुविधा (Nomination Option) :- नामांकन करना जरूरी है ताकि किसी अप्रत्याशित स्थिति में आपकी जमा राशि आपके द्वारा चुने गए व्यक्ति को मिल सके।

8. बैंक की विश्वसनीयता (Bank or NBFC Credibility) :- हमेशा ऐसे बैंक या पोस्ट ऑफिस में आरडी खाता खोलें जो आरबीआई से मान्यता प्राप्त हों और भरोसेमंद हों।

9. मेच्योरिटी अमाउंट की गणना करें (Check Maturity Value in Advance):- बैंक अक्सर आरडी ओपनिंग के समय एक अनुमानित मेच्योरिटी वैल्यू दिखाते हैं – इसे ध्यान से देखें ताकि आपको भविष्य की प्लानिंग में मदद मिले।

RD के फायदे (Benefits of Recurring Deposit)

  1. नियमित बचत की आदत बनती है:- मासिक जमा से बचत की अच्छी आदत विकसित होती है।
  2. जोखिम मुक्त निवेश :- निवेश सुरक्षित रहता है, ब्याज दर पहले से तय होती है।
  3. सुनिश्चित और अच्छे रिटर्न :- फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह ब्याज मिलता है, जिससे निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलता है।
  4. छोटी रकम से निवेश संभव :- कम राशि से भी आरडी शुरू किया जा सकता है, जिससे हर कोई बचत कर सकता है।
  5. संपत्ति बनाने में मददगार :- छोटी-छोटी जमा राशि मिलकर एक बड़ा फंड बन जाती है।
  6. टैक्स लाभ (कुछ योजनाओं में) :- कुछ खास आरडी योजनाओं में टैक्स छूट भी मिलती है।
  7. सीनियर सिटीज़न के लिए विशेष ब्याज दरें :- वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त ब्याज मिलता है।
  8. फाइनेंशियल प्लानिंग में सहायक :- भविष्य की जरूरतों जैसे बच्चों की पढ़ाई, शादी या ट्रैवल के लिए योजना बनाना आसान।
RD kya hota hai image

RD खाता कैसे बंद करें?

अगर आपने कोई आरडी (Recurring Deposit) खाता खोला है और अब आप उसे maturity से पहले या maturity पर बंद करना चाहते हैं, तो नीचे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करें।

1. ऑनलाइन तरीका (Online Method to Close RD)

अगर आपका बैंक नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग की सुविधा देता है, तो आप ऑनलाइन भी RD खाता बंद कर सकते हैं:

स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया:

अपने बैंक की नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग ऐप में लॉग इन करें।

“Recurring Deposit” या “RD Account” सेक्शन पर जाएं।

वहां “Close RD Account” या “Premature Withdrawal” का विकल्प मिलेगा – उस पर क्लिक करें।

खाते की डिटेल्स चेक करें और बंद करने का कारण चुनें।

कन्फर्म करें – कुछ बैंकों में OTP द्वारा वेरिफिकेशन होगा।

सफलतापूर्वक बंद होने पर राशि आपके सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगी।

नोट :- समय से पहले खाता बंद करने पर बैंक कुछ जुर्माना (Penalty) काट सकता है और ब्याज दर कम हो सकती है। RD kya hota hai

2. ऑफलाइन तरीका (Offline Method to Close RD)

अगर आप ऑनलाइन नहीं करना चाहते, तो आप बैंक की शाखा जाकर खाता बंद कर सकते हैं।

स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया:

अपने RD अकाउंट वाले बैंक की नजदीकी शाखा में जाएं।

‘Recurring Deposit Closure Form’ या ‘Premature Withdrawal Form’ भरें।

साथ में पहचान प्रमाण (ID Proof) जैसे आधार कार्ड या पैन कार्ड की कॉपी लगाएं।

फॉर्म में RD अकाउंट नंबर और सेविंग अकाउंट डिटेल जरूर भरें।

फॉर्म जमा करें – बैंक प्रतिनिधि प्रोसेस करेगा।

प्रोसेस पूरा होते ही राशि आपके सेविंग खाते में आ जाएगी।

महत्वपूर्ण बातें :-

अगर RD मेच्योर हो गया है तो आप बिना किसी पेनल्टी के बंद कर सकते हैं।

प्रीमैच्योर क्लोजर (Maturity से पहले) पर ब्याज दर कम लगती है।

कुछ बैंकों में ऑनलाइन क्लोजर की सुविधा नहीं होती – ऐसे में शाखा जाना अनिवार्य है।

पोस्ट ऑफिस में RD बंद करने के लिए पोस्ट ऑफिस ही जाना होगा। RD kya hota hai

निष्कर्ष

अगर आप हर महीने थोड़ी-थोड़ी रकम बचाकर एक अच्छा फंड तैयार करना चाहते हैं, तो Recurring Deposit (RD) आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है। यह न केवल डिसिप्लिन से बचत करना सिखाता है, बल्कि फिक्स्ड रिटर्न की वजह से जोखिम से दूर रहता है।

अब तो आप RD kya hota hai और इसके फायदे, प्रकार, खाता कैसे खोलें और क्या-क्या दस्तावेज़ लगते हैं – इन सबके बारे में अच्छे से समझ ही गए होंगे।
अगर आप भी फाइनेंशियल प्लानिंग की शुरुआत करना चाहते हैं, तो RD खाता खोलना एक सही और सुरक्षित कदम हो सकता है। RD kya hota hai

RD (Recurring Deposit) से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. RD खाता क्या होता है?

Ans: RD (Recurring Deposit) एक ऐसा बैंकिंग निवेश विकल्प है जिसमें आप हर महीने एक निश्चित राशि जमा करते हैं और तय समय के बाद उस पर ब्याज के साथ पैसा वापस मिलता है।

Q2. क्या RD खाता खोलना सुरक्षित है?

Ans: हाँ, RD खाता पूरी तरह से सुरक्षित होता है क्योंकि यह बैंक या पोस्ट ऑफिस द्वारा ऑफर किया जाता है और इसमें फिक्स्ड रिटर्न मिलता है।

Q3. RD और FD में क्या फर्क है?

Ans: FD (Fixed Deposit) में एकमुश्त राशि जमा करनी होती है, जबकि RD (Recurring Deposit) में हर महीने एक तय राशि जमा करनी होती है।

Q4. RD पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है क्या?

Ans: हाँ, RD से मिलने वाला ब्याज आपकी टैक्सेबल इनकम में जुड़ता है और उस पर टैक्स लगता है। अगर ब्याज 40,000 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50,000) से अधिक हो तो TDS भी कट सकता है।

Q5. क्या मैं RD अकाउंट समय से पहले बंद कर सकता हूँ?

Ans: हाँ, आप RD अकाउंट समय से पहले बंद कर सकते हैं, लेकिन इसमें कुछ पेनाल्टी या ब्याज में कटौती हो सकती है।

Q6. RD की न्यूनतम और अधिकतम अवधि क्या होती है?

Ans: आमतौर पर RD की न्यूनतम अवधि 6 महीने और अधिकतम 10 साल होती है।

Q7. क्या नाबालिग या सीनियर सिटीज़न भी RD खाता खोल सकते हैं?

Ans: हाँ, 10 साल से ऊपर के नाबालिग, वरिष्ठ नागरिक, यहां तक कि संस्थाएं और एनआरआई भी RD खाता खोल सकते हैं।

Q8. ऑनलाइन RD खाता कैसे खोल सकते हैं?

Ans: आप अपने बैंक की नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग ऐप के जरिए ‘ई-RD अकाउंट’ विकल्प चुनकर कुछ स्टेप्स में ऑनलाइन RD खाता खोल सकते हैं।

Q9. RD में न्यूनतम मासिक जमा राशि कितनी होनी चाहिए?

Ans: यह बैंक पर निर्भर करता है, लेकिन अधिकतर बैंकों में आप ₹100 या ₹500 से भी RD शुरू कर सकते हैं।

Q10. क्या RD में लोन सुविधा मिलती है?

Ans: हाँ, कुछ बैंक RD के खिलाफ 80–90% तक का लोन प्रदान करते हैं। ये लोन आपकी RD की राशि के आधार पर दिया जाता है।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *