Class 6 ncert history notes in hindi
कई लाख वर्ष पहले से लोग नर्मदा नदी के तट पर रह रहे हैं।
यहाँ रहने वाले आरंभिक लोगों में से कुछ कुशल संग्राहक थे जो आस – पास के जंगलों की विशाल संपदा से परिचित थे।
अपने भोजन के लिए वे जड़ों , फलों तथा जंगल के अन्य उत्पादों का यहीं से संग्रह किया करते थे।
वे जानवरों का आखेट ( शिकार ) भी करते थे। Class 6 ncert history notes in hindi
उत्तर – पश्चिम की सुलेमान और किरथर पहाड़ियों में कुछ ऐसे स्थान है जहाँ लगभग आठ हजार वर्ष पूर्व स्त्री – पुरुषों ने सबसे पहले गेहूँ तथा जौ जैसी फसलों को उपजाना आरंभ किया।
उन्होंने भेड़, बकरी और गाय – बैल जैसे पशुओं को पालतू बनाना शुरू किया।
ये लोग गाँवों में रहते थे।
उत्तर – पूर्व में गारो तथा मध्य भारत में विंध्य पहाड़ियाँ ये कुछ अन्य ऐसे क्षेत्र थे जहाँ कृषि का विकास हुआ।
जहाँ सबसे पहले चावल उपजाया गया वे स्थान विंध्य के उत्तर में स्थित थे। Class 6 ncert history notes in hindi
सहायक नदियाँ उन्हें कहते हैं जो एक बड़ी नदी में मिल जाती है।
लगभग 4700 वर्ष पूर्व सिंधु तथा इसकी सहायक नदियों के किनारे कुछ आरंभिक नगर फले- फूल।
गंगा व इसकी सहायक नदियों के किनारे तथा समुद्र तटवर्त्ति इलाकों में नगरों का विकास लगभग 2500 वर्ष पूर्व हुआ।
गंगा के दक्षिण में इसकी सहायक नदियों के आस – पास का क्षेत्र प्राचीन कल में मगध ( वर्तमान बिहार में ) नाम से जाना जाता था।
इसके शासक बहुत शक्तिशाली थे और उन्होंने एक विशाल राज्य स्थापित किया था। Class 6 ncert history notes in hindi
देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे राज्यों की स्थापना की गई थी।
लोगो ने अनेक कारणों ( काम की तलाश , प्राकृतिक आपदा , विजय की लालसा ,व्यापर ,शिक्षा आदि ) तथा उत्सुकतावश उपमहाद्वीप के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक यात्रा की।
इन सभी यात्राओं से लोगों को एक – दूसरे के विचारों को जानने का अवसर मिला।
उपमहाद्वीप के बाहर से भी कुछ लोग यहाँ आए और यहीं बस गए।
लोगों के इस आवागमन ने हमारी सांस्कृतिक परंपराओं को समृद्ध किया। Class 6 ncert history notes in hindi
कई सौ वर्षों से लोग पत्थर को तराशने , संगीत रचने और यहाँ तक कि भोजन बनाने के नए तरीकों के बारे में एक – दूसरे के विचारों को अपनाते रहे है।
अपने देश के लिए हम प्रायः इण्डिया तथा भारत जैसे नामों का प्रयोग करते हैं।
इण्डिया शब्द इण्डस से निकला है जिसे संस्कृत में सिंध कहा जाता है।
लगभग 2500 वर्ष पूर्व उत्तर – पश्चिम की और से आने वाले ईरानियों और यूनानियों ने सिंधु को हिंदोस अथवा इंदोस और इस नदी के पूर्व में स्थित भूमि प्रदेश को इण्डिया कहा। Class 6 ncert history notes in hindi
भरत नाम का प्रयोग उत्तर – पश्चिम में रहने वाले लोगों के एक समूह के लिए किया जाता था।
इस समूह का उल्लेख संस्कृत की आरंभिक ( लगभग 3500 वर्ष पुरानी ) कृति ऋग्वेद में भी मिलता है।
बाद में इसका प्रयोग देश के लिए होने लगा।
अतीत की जानकारी हम कई तरह से प्राप्त कर सकते है।
इनमें से एक तरीका अतीत में लिखी गई पुस्तके है। Class 6 ncert history notes in hindi
ये पुस्तकें हाथ से लिखी होने के कारण पाण्डुलिपि कही जाती है।
अंग्रेजी में ‘ पाण्डुलिपि ‘ के लिए प्रयुक्त होने वाला ‘ मैन्युस्क्रिप्ट ‘ शब्द लैटिन शब्द ‘ मेनू ‘ जिसका अर्थ हाथ है , से निकला है।
ये पांडुलिपियाँ प्रायः ताड़पत्रों अथवा हिमालय क्षेत्र में उगने वाले भूर्ज नामक पेड़ की छल से विशेष तरीके से तैयार भोजपत्र पर लिखी मिलती है।
प्रायः ये पांडुलिपियाँ मंदिरों और विहारों में प्राप्त होती है।
इन पुस्तकों में धार्मिक मान्यताओं व व्यवहारों , राजाओं के जीवन , औषधियों तथा विज्ञान आदि सभी प्रकार के विषयों की चर्चा मिलती है। Class 6 ncert history notes in hindi
इनके अतिरिक्त हमारे यहाँ महाकाव्य , कविताएँ तथा नाटक भी है।
इनमें से कई संस्कृत में लिखे हुए मिलते हैं जबकि अन्य प्राकृत और तमिल में है।
प्राकृत भाषा का प्रयोग आम लोग करते थे।
अतीत की जानकारी के लिए हम अभिलेखों का भी अध्ययन कर सकते है।
ऐसे लेख पत्थर अथवा धातु जैसी अपेक्षाकृत कठोर सतहों पर उत्कीर्ण किए गए मिलते हैं। Class 6 ncert history notes in hindi
इन अभिलेखों पर कभी – कभी शासक अथवा अन्य लोग अपने आदेशों , राजा – रानी सहित अन्य स्त्री – पुरुष अपने कार्यो का विवरण तथा प्रायः शासक लड़ाइयों में अर्जित विजयों को उत्कीर्ण करवाते थे।
इसके अतिरिक्त अन्य कई वस्तुएँ ( औजार , हथियार , बर्तन ,आभूषण ,सिक्के आदि ) अतीत में बनी और प्रयोग में लाई जाती थी।
इनके अध्यन से भी हमे अतीत की जानकारी मिलती है।
इन वस्तुओं का अध्ययन करने वाला व्यक्ति पुरातत्त्वविद कहलाता है। Class 6 ncert history notes in hindi
पुरातत्त्वविद जानवरों, चिड़ियों तथा मछलियों की हड्डियाँ भी ढूँढ़ते हैं।
इससे उन्हें यह जानने में भी मदद मिलती है की अतीत में लोग क्या खाते थे।
पांडुलिपियों , अभिलेखों तथा पुरातत्त्व से ज्ञात जानकारियों के लिए इतिहासकार प्रायः स्रोत शब्द का प्रयोग करते हैं।
इतिहासकार उन्हें कहते हैं जो अतीत का अध्ययन करते है। Class 6 ncert history notes in hindi
ईसा मसीह के जन्म के पूर्व की सभी तिथियाँ ई .पू . ( ईसा से पहले ) के रूप में जानी जाती है।
अंग्रेजी में बी. सी. ( हिंदी में ई. पू .) का तात्पर्य ‘ बिफ़ोर क्राइस्ट ‘ ( ईसा पूर्व ) होता है।
कुछ तिथियों से पहले ए. डी. ( हिंदी में ई. ) लिखा होता है। यह ‘ एनो डॉमिनी ‘ नामक दो लैटिन शब्दों से बना है तथा इसका तात्पर्य ईसा मसीह के जन्म के वर्ष से है।
कभी – कभी ए. डी. की जगह सी. ई. तथा बी. सी. की जगह बी. सी. ई. का प्रयोग होता है।
सी. ई. अक्षरों का प्रयोग ‘ कॉमन एरा ‘ तथा बी. सी. ई. का ‘ बिफ़ोर कॉमन एरा ‘ के लिए होता है।
कभी – कभी अंग्रेजी के बी. पी. अक्षरों का प्रयोग होता है जिसका तात्पर्य ‘ बिफ़ोर प्रेजेन्ट ‘ ( वर्तमान से पहले ) है। Class 6 ncert history notes in hindi
कुछ महत्वपूर्ण तिथियाँ
कृषि का आरंभ ( 8000 वर्ष पूर्व )
सिंधु सभ्यता के प्रथम नगर ( 4700 वर्ष पूर्व )
गंगा घाटी के नगर , मगध का बड़ा राज्य ( 2500 वर्ष पूर्व )
वर्तमान ( लगभग 2000 वर्ष पूर्व )
इस पुस्तक में 2000 को अपना आरंभिक बिंदु मानते हुए वर्तमान से पूर्व की तिथियों का उल्लेख हुआ है। Class 6 ncert history notes in hindi
MCQ
प्रश्न 1. जहाँ सबसे पहले चावल उपजाया गया वे स्थान स्थित थे –
उत्तर- विंध्य के उत्तर में
प्रश्न 2. वे नदियाँ जो एक बड़ी नदी में मिल जाती है, उन्हें कहते हैं –
उत्तर- सहायक नदियाँ
प्रश्न 3. लगभग 4700 वर्ष पूर्व सिंधु तथा इसकी सहायक नदियों के किनारे कुछ फले- फूल –
उत्तर- आरंभिक नगर
प्रश्न 4. गंगा व इसकी सहायक नदियों के किनारे तथा समुद्र तटवर्त्ति इलाकों में नगरों का विकास हुआ –
उत्तर- लगभग 2500 वर्ष पूर्व
प्रश्न 5. गंगा के दक्षिण में इसकी सहायक नदियों के आस – पास का क्षेत्र प्राचीन कल में जाना जाता था –
उत्तर- मगध ( वर्तमान बिहार में ) नाम से
प्रश्न 6. इण्डिया शब्द इण्डस से निकला है जिसे संस्कृत में कहा जाता है –
उत्तर- सिंध
प्रश्न 7.भरत नाम का प्रयोग किया जाता था –
उत्तर- उत्तर – पश्चिम में रहने वाले लोगों के एक समूह के लिए
प्रश्न 8. अंग्रेजी में ‘ पाण्डुलिपि ‘ के लिए प्रयुक्त होने वाला ‘ मैन्युस्क्रिप्ट ‘ शब्द लैटिन शब्द से निकला है –
उत्तर- ‘ मेनू ‘ जिसका अर्थ हाथ है
प्रश्न 9. प्रायः ताड़पत्रों अथवा हिमालय क्षेत्र में उगने वाले भूर्ज नामक पेड़ की छल से विशेष तरीके से तैयार भोजपत्र पर लिखी मिलती है –
उत्तर- पांडुलिपियाँ
प्रश्न 10. प्रायः पांडुलिपियाँ प्राप्त होती है –
उत्तर- मंदिरों और विहारों में
प्रश्न 11. प्राकृत भाषा का प्रयोग करते थे –
उत्तर- आम लोग
प्रश्न 12. ऐसे लेख जो पत्थर अथवा धातु जैसी अपेक्षाकृत कठोर सतहों पर उत्कीर्ण किए गए मिलते हैं , वे कहलाते है –
उत्तर- अभिलेख
प्रश्न 13. अतीत की वस्तुओं ( औजार , हथियार , बर्तन ,आभूषण ,सिक्के आदि ) का अध्यन करने वाले व्यक्ति कहलाते है –
उत्तर- पुरातत्त्वविद
प्रश्न 14. पांडुलिपियों , अभिलेखों तथा पुरातत्त्व से ज्ञात जानकारियों के लिए इतिहासकार प्रायः शब्द का प्रयोग करते हैं –
उत्तर- स्रोत
प्रश्न 15. इतिहासकार उन्हें कहते हैं जो अध्ययन करते है –
उत्तर- अतीत का
प्रश्न 16. ईसा मसीह के जन्म के पूर्व की सभी तिथियाँ जानी जाती है –
उत्तर- ई .पू . ( ईसा से पहले ) के रूप में
प्रश्न 17. अंग्रेजी में बी. सी. ( हिंदी में ई. पू .) का तात्पर्य होता है –
उत्तर- ‘ बिफ़ोर क्राइस्ट ‘ ( ईसा पूर्व )
प्रश्न 18. कुछ तिथियों से पहले ए. डी. ( हिंदी में ई. ) लिखा होता है। यह ‘ एनो डॉमिनी ‘ नामक दो लैटिन शब्दों से बना है तथा इसका तात्पर्य है –
उत्तर- ईसा मसीह के जन्म के वर्ष से
प्रश्न 19. कभी – कभी अंग्रेजी के बी. पी. अक्षरों का प्रयोग होता है जिसका तात्पर्य है –
उत्तर- ‘ बिफ़ोर प्रेजेन्ट ‘ ( वर्तमान से पहले )
प्रश्न 20. सी. ई. अक्षरों का प्रयोग होता है –
उत्तर- ‘ कॉमन एरा ‘ के लिए
प्रश्न 21. बी. सी. ई. अक्षरों का प्रयोग होता है –
उत्तर- ‘ बिफ़ोर कॉमन एरा ‘ के लिए