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संक्षारण

संक्षारण संक्षारण – आपने देखा होगा कि लोहे की कील , पेंच , पाइप और रेलिंग यदि कुछ समय तक वायु में खुले पड़े रहे तो उन्हें जंग लग जाता है। धातु की सतह पर जंग की परत ढीली जमी होती है , अतः यह वस्तु से आसानी से अलग हो जाती है। धातु की […]

मिश्रधातु

मिश्रधातु किसी धातु को 100 % शुद्ध रूप में प्राप्त करना लगभग असंभव होता है। अनेक बार , शुद्ध रूप में धातु को आवश्यक उद्देश्यों के लिए उपयोग में भी नहीं लाया जा सकता। धातु में अन्य धातुओं अथवा अधातुओं की उचित मात्रा मिलाकर उसमे वांछित गुणधर्म प्राप्त किए जा सकते है। ऐसे मिश्रण को […]

मस्तिष्क

मस्तिष्क मस्तिष्क हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। यह शरीर का नियंत्रण केंद्र होता है। शरीर के विभिन्न भागो में तालमेल स्थापित करना , सुन्ना , देखना ,सोचना , अनुभव करना या किसी बात को याद रखना आदि सभी शारीरिक क्रियाएं mind द्वारा ही नियंत्रित होती है। मस्तिष्क का संबंध तंत्रिका तंत्र से होता […]

ह्रदय

ह्रदय ह्रदय हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग होता है। यह वक्ष में बाईं ओर स्थित होता है। इसका आकर बंद मुट्ठी की तरह होता है तथा इसका भार लगभग 300 ग्राम होता है। इसके दोनों ओर दो फेफड़े होते है। ह्रदय पर झिल्ली का बना एक आवरण होता है , जिसे पेरीकार्डियम ( […]

प्रतिहार वंश

प्रतिहार वंश प्रतिहार वंश – प्रतिहारों को गुर्जर – प्रतिहार भी कहते है जिसका कारण शायद यह है कि उनका उदभव गुर्जराष्ट्र या दक्षिण – पश्चिम राजस्थान में हुआ था। वे आरंभ में संभवतः स्थानीय ओहदेदार थे जिन्होंने मध्य और पूर्वी राजस्थान में कई इलाकों पर अपना स्वतंत्र अधिकार स्थापित कर लिया था। उन्हें सिंध […]

पाल वंश

पाल वंश पाल वंश ( साम्राज्य ) की स्थापना 750 ईस्वी में गोपाल ने की। उस क्षेत्र में फैली अराजकता से तंग आकर वहां के प्रमुख लोगो ने उसे राजा चुना था। 770 ईस्वी में उसकी मृत्यु के बाद उसका पुत्र धर्मपाल राजा बना। धर्मपाल ने 810 ईस्वी तक शासन किया। धर्मपाल को राष्ट्रकूट के […]

वायु प्रदूषण

वायु प्रदूषण मनुष्य के क्रियाकलापों के फलस्वरूप पर्यावरण में हानिकारक तथा अवांछित घटकों की उपस्थिति प्रदूषण कहलाती हैं। यह प्रदूषण वायु , जल एवं मृदा किसी का भी हो सकता है। वायु का अर्थात वायुमंडलीय प्रदूषण जीवाश्म ईंधनों के दहन , मोटर वाहनों से निकलने वाली अनुपयोगी गैसों तथा विभिन्न उद्योगों द्वारा वायुमंडल में छोड़ी […]

वायुमंडलीय दाब

वायुमंडलीय दाब वायुमंडलीय दाब , वायुमंडल द्वारा पृथ्वी की सतह पर वायु के भार के फलस्वरूप लगने वाला दाब है। वायुमंडलीय वायु का दाब , जिसे सामान्यतः वायुमंडलीय दाब कहते हैं , पृथ्वी पर जीवन के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। आप जानते हैं कि वायुमंडल पूर्णता गैसों का मिश्रण है। अतः वायुमंडलीय व्यवहार के पैटर्न […]

खनिज

खनिज हमारे शरीर में पाए जाने वाले खनिज मुख्यतया कैल्शियम , फास्फोरस , सोडियम , पोटेशियम , क्लोरीन , सल्फर , आयरन , आयोडीन तथा कॉपर के यौगिकों के रूप में होते हैं। हमें प्रतिदिन के आहार में खनिजों की बहुत थोड़ी सी मात्रा की आवश्यकता होती है। उचित शारीरिक वृद्धि तथा स्वस्थ बने रहने […]

हैजा

हैजा हैजा एक अत्यधिक संक्रमण से बीमारी है। यह जठरांत्र नाली को प्रभावित करती है जिसके अंतर्गत पेट तथा आंत्र आते हैं। यह हजारों वर्ष पुरानी बीमारी है। यह अत्यधिक भीड़ – भाड़ वाले इलाके में अधिक फैलती है। यह सभी उम्र के लोगों में हो सकती है। हैजा विब्रियो कोलेरी नामक जीवाणुाओं से फैलता […]