पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स :- सभी जीवो को खाद्य की आवश्यकता होती है , जिसका उपयोग वे अपनी वृद्धि एवं शरीर के रख – रखाव के लिए तथा आवश्यक ऊर्जा प्राप्ति के लिए करते है।

कार्बोहइड्रेट ,प्रोटीन , वसा , विटामिन एवं खनिज भोजन के घटक है।

भोजन के ये घटक हमारे शरीर के लिए आवश्यक है तथा इन्हें पोषक कहते है।

पोषक पदार्थ सजीवों की शारीरिक संरचना , वृद्धि तथा क्षतिग्रस्त भागो के रखरखाव के लिए समर्थ बनाते है तथा विभिन्न जैव प्रक्रमों के लिए आवश्यक ऊर्जा भी प्रदान करते है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

पादप स्वयं के लिए भोजन बना सकते है , परन्तु मानव सहित कोई भी प्राणी अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकता।

वे प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से पादपों पर निर्भर करते है।

सजीवों द्वारा भोजन ग्रहण करने एवं इसके उपयोग की विधि को पोषण कहते है।

पोषण की वह विधि , जिसमे जीव अपना भोजन स्वयं संश्लेषित करते है , स्वपोषण कहलाती है। अत: ऐसे पादपों को स्वपोषी कहते है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

कुछ पादप एवं अन्य सभी जीव अपने पोषण हेतु दूसरे जीवो पर निर्भर होते है , अतः विषमपोषी कहलाते है।

पत्तियाँ पादप की खाद्य फैक्ट्रियाँ है।

मृदा में उपस्थित जल एवं खनिज जड़ द्वारा अवशोषित किये जाते है तथा तने के माध्यम से पत्तियों तक पहुँचाए जाते है।

पत्ती की सतह पर उपस्थित सूक्ष्म रंध्रों द्वारा वायु में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड प्रवेश करती है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

जल एवं खनिज, वाहिकाओं द्वारा पत्तियों तक पहुँचाए जाते है।

ये वाहिकाएँ नली के समान होती है तथा जड़ , तना , शाखाओं एवं पत्तियों तक फैली होती है।

पोषकों को पत्तियों तक पहुँचने के लिए ये वाहिकाएँ एक सतत मार्ग बनती है।

पत्तियों में एक हरा वर्णक होता है , जिसे क्लोरोफ़ील कहते है।

क्लोरोफ़ील सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का संग्रहण करने में पत्ती की सहायता करता है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

इस ऊर्जा का उपयोग जल एवं कार्बन डाइऑक्साइड से खाद्य संश्लेषण में होता है।

खाद्य संश्लेषण सूर्य के प्रकाश में होता है , इसलिए इसे प्रकाश संश्लेषण कहते है।

सभी जीवो के लिए सूर्य ऊर्जा का चरम स्रोत है।

सभी जीवो का अस्तित्व प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से पादपों द्वारा निर्मित भोजन पर निर्भर करता है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

प्रकाश संश्लेषण के दौरान पत्ती की क्लोरोफिलयुक्त कोशिकाएँ, सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में , कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल से कार्बोहइड्रेट का संश्लेषण करती है।

इस प्रक्रम में ऑक्सीजन निर्मुक्त होती है।

कार्बोहाइड्रेट अंतत: पत्तियों में मंड (स्टार्च ) के रूप में संचित हो जाते है।

पत्ती में स्टार्च की उपस्थिति प्रकाश संश्लेषण प्रक्रम का सम्पन्न होना दर्शाता है।

स्टार्च भी एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

प्रकाश संश्लेषण के लिए क्लोरोफ़िल एवं सूर्य का प्रकाश अनिवार्य रूप से आवश्यक है।

कार्बोहाइड्रेट जैसे जटिल पदार्थ प्रकाश संश्लेषण के उत्पाद है।

प्रकाश संश्लेषण के प्रक्रम में क्लोरोफ़िल की सहायता से पत्तियों द्वारा सौर ऊर्जा का संचयन किया जाता है।

प्रकाश संश्लेषण में ऑक्सीजन उत्पादित होती है। इस ऑक्सीजन का उपयोग सभी जीवो द्वारा उनकी उत्तरजीविता के लिए किया जाता है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स image

सजीवों का शरीर सूक्ष्म इकाइयों से बनता है , जो कोशिका कहलाती है।

कोशिका एक पतली बाह्य संरचना द्वारा घिरी होती है , जिसे कोशिका झिल्ली कहते है।

इसमें केंद्र में स्थित एक सुस्पष्ट संरचना भी होती है , जो केंद्रक कहलाती है।

केंद्रक चारो और से जेली के समान एक पदार्थ से घिरा होता है , जिसे कोशिका द्रव्य कहते है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

पत्तियों के अतिरिक्त , पादपों के दूसरे हरे भागो जैसे कि हरे तने एवं हरी शाखाओं में भी प्रकाश संश्लेषण होता है।

मरुस्थलीय पादपों में वाष्पोत्सर्जन द्वारा जल क्षय को कम करने के लिए पत्तियाँ शल्क अथवा शूल रूपी हो जाती है।

इन पादपों के तने हरे होते है ,जो प्रकाश संश्लेषण का कार्य करते है।

हरी पत्तियों के अतिरिक्त अन्य वर्ण (रंग ) कि पत्तियों में भी क्लोरोफ़िल होता है।

परन्तु इन पत्तियों में उपस्थित लाल , भूरे अथवा अन्य वर्णक क्लोरोफ़िल के हरे रंग का प्रच्छादन कर देते है अर्थात ढक लेते है।

इन पत्तियों में भी प्रकाश संश्लेषण होता है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

शैवाल भी प्रकाश संश्लेषण द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाते है।

पादप कार्बोहाइड्रेट का संश्लेषण करते है।

‘कार्बोहाइड्रेट ‘ कार्बन , हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन से बनता है।

इनका उपयोग खाद्य के अन्य घटकों के संश्लेषण में होता है।

परन्तु प्रोटीन नाइट्रोजनी पदार्थ है , जिनमे कार्बन , ऑक्सीजन एवं हाइड्रोजन के अतिरिक्त नाइट्रोजन भी होती है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

वायु में नाइट्रोजन गैसीय अवस्था में प्रचर मात्रा में पाई जाती है।

परन्तु , पादप इसका अवशोषण इसी रूप में नहीं कर सकते।

मिट्टी में कुछ विशेष जीवाणु होते है ,जो गैसीय नाइट्रोजन को उपयोगी यौगिकों में परिवर्तित कर मृदा में निर्मुक्त करते है।

यह विलय पदार्थ पादपों द्वारा जल के साथ अवशोषित कर लिए जाते है।

कुछ पादप ऐसे भी है, जिनमे क्लोरोफ़िल नहीं पाया जाता है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

मनुष्य एवं अन्य प्राणियों की तरह ये पादप भी अपने पोषण के लिए अन्य पादपों द्वारा निर्मित खाद्य पर निर्भर होते है।

वे विषमपोषी प्रणाली का उपयोग करते है।

अमरबेल में क्लोरोफ़िल नहीं होता है।

ये अपना भोजन उस पादप से प्राप्त करते है ,जिस पर ये आरोहित होते है।

जिस पर ये आरोहित होते है , वह पादप परपोषी कहलाता है।

क्योकि अमरबेल जैसे पादप परपोषी को अमूल्य पोषकों से वंचित करते है , अतः इन्हें परजीवी कहते है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

कुछ ऐसे पादप भी है , जो कीटो को पकड़ते है तथा उन्हें पचा जाते है।

ऐसे पौधे हरे या अन्य किसी रंग के हो सकते है।

घड़े के समान दिखाई देने वाली संरचना वास्तव में इनकी पत्ती का रूपांतरित भाग है।

पत्ते का शीर्ष भाग घड़े का ढक्कन बनता है।

घड़े के अंदर अनेक रोम होते है जो नीचे की और ढलके रहते है अर्थात अधोमुखी होते है।

जब कोई कीट घड़े में प्रवेश करता है , तो यह उसके रोमो के बीच फँस जाता है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

घड़े में उपस्थित पाचक रस द्वारा कीटों का पाचन हो जाता है।

कीटों का भक्षण करने वाले ऐसे पादप कीटभक्षी पादप कहलाते है।

वीनस फ्लाइ ट्रेप तथा सनडयू कीटभक्षी पादपों के दो अन्य उदाहरण है।

कवक या फंजाई इनकी पोषक प्रणाली अथवा पोषण विधि भिन्न प्रकार की होती है।

ये मृत एवं विघटनकारी ( सड़नेवाली ) वस्तुओं ( जैव पदार्थो ) की सतह पर कुछ पाचक रसों का स्राव करते है , तथा उसे साधारण व विलेय के रूप में परिवर्तित कर देते है।

तत्पश्चात वे इस विलयन का भोजन के रूप में अवशोषण करते है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

इस प्रकार की पोषण प्रणाली को, जिसमे जीव किसी मृत एवं विघटित जैविक पदार्थो से पोषक तत्व प्राप्त करते है ,मृतजीवी पोषण कहलाती है।

मृतजीवी पोषण प्रणाली का उपयोग करने वाले जीव मृतजीवी कहलाते है।

कवकों की वृद्धि के लिए वर्षा ऋतु सबसे अच्छी परिस्थितियाँ प्रदान करती है।

सामान्यत: कवकों के बीजाणु वायु में उपस्थित होते है।

जब वे किसी ऐसे जैव पदार्थ अथवा उत्पाद पर बैठते है , जो नम एवं उष्ण हो , तो वे अंकुरित होकर नए कवक को जन्म देते है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

यीस्ट एवं छत्रक जैसे अनेक कवक उपयोगी भी है; परन्तु कुछ कवक पादपों , जन्तुओ एवं मनुष्य में रोग उत्पन्न करते है।

कुछ कवकों का उपयोग औषधि के रूप में भी होता है।

परजीवी एवं मृतजीवी दूसरे पादपों से पोषण प्राप्त करते है।

कवक अपना पोषण मृत एवं अपघटित जैव पदार्थो से प्राप्त करते है। वे मृतजीवी कहलाते है।

अमरबेल जैसे पादप परजीवी है। वे परपोषी पादप से अपना भोजन प्राप्त करते है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

कुछ जीव एक – दूसरे के साथ रहते है तथा अपना आवास एवं पोषक तत्त्व एक – दूसरे के साथ बाँटते है। इसे सहजीवी संबंध कहते है।

लाइकेन कहे जाने वाले कुछ जीवो में दो भागीदार होते है।

इनमे से एक शैवाल होता है तथा दूसरा कवक। शैवाल में क्लोरोफ़िल उपस्थित होता है , जबकि कवक में क्लोरोफ़िल नहीं होता।

कवक शैवाल को रहने का स्थान , जल एवं पोषक तत्त्व उपलब्ध कराता है तथा बदले में शैवाल प्रकाश संश्लेषण द्वारा संश्लेषित खाद्य कवक को देता है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

पौधे नाइट्रोजन को विलय रूप में ही अवशोषित कर सकते है।

कुछ जीवाणु जो राइजोबियम कहलाते है ,वायुमंडलीय नाइट्रोजन को विलय पदार्थो में परिवर्तित कर देते है। परन्तु राइजोबियम अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकते।

ये चना , मटर, मूँग, सेम तथा अन्य फलीदार पादपों की जड़ो में रहते है तथा उन्हें नाइट्रोजन की आपूर्ति करते है।

इसके बदले पादप राइजोबियम जीवाणु को आवास एवं खाद्य प्रदान करते है। अतः उनमे सहजीवी संबंध होता है। पादपों में पोषण कक्षा 7 नोट्स

MCQ

प्रश्न 1. सजीवों द्वारा भोजन ग्रहण करने एवं इसके उपयोग की विधि को कहते है –

उत्तर- पोषण

प्रश्न 2. पोषण की वह विधि , जिसमे जीव अपना भोजन स्वयं संश्लेषित करते है , कहलाती है –

उत्तर- स्वपोषण

प्रश्न 3. कुछ पादप एवं अन्य सभी जीव अपने पोषण हेतु दूसरे जीवो पर निर्भर होते है , ये कहलाते है –

उत्तर- विषमपोषी

प्रश्न 4. पत्तियाँ पादप की है –

उत्तर- खाद्य फैक्ट्रियाँ

प्रश्न 5. मृदा में उपस्थित जल एवं खनिज अवशोषित किये जाते है –

उत्तर- जड़ द्वारा

प्रश्न 6. जल एवं खनिज पत्तियों तक पहुँचाए जाते है –

उत्तर- वाहिकाओं द्वारा

प्रश्न 7. पत्तियों में एक हरा वर्णक होता है , जिसे कहते है –

उत्तर- क्लोरोफ़ील

प्रश्न 8. क्लोरोफ़ील संग्रहण करने में पत्ती की सहायता करता है –

उत्तर- सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का

प्रश्न 9. पादपों द्वारा खाद्य संश्लेषण सूर्य के प्रकाश में होता है , इसलिए इसे कहते है –

उत्तर- प्रकाश संश्लेषण

प्रश्न 10. सभी जीवो के लिए ऊर्जा का चरम स्रोत है –

उत्तर- सूर्य

प्रश्न 11. सभी जीवो का अस्तित्व प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से निर्भर करता है –

उत्तर- पादपों द्वारा निर्मित भोजन पर

प्रश्न 12. प्रकाश संश्लेषण के प्रक्रम में निर्मुक्त होती है –

उत्तर- ऑक्सीजन

प्रश्न 13. प्रकाश संश्लेषण के दौरान पत्ती की क्लोरोफिलयुक्त कोशिकाएँ, सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में , कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल से संश्लेषण करती है –

उत्तर- कार्बोहइड्रेट का

प्रश्न 14. प्रकाश संश्लेषण के प्रक्रम द्वारा निर्मित कार्बोहाइड्रेट अंतत: पत्तियों में संचित हो जाते है –

उत्तर- मंड (स्टार्च ) के रूप में

प्रश्न 15. पत्ती में स्टार्च की उपस्थिति सम्पन्न होना दर्शाता है –

उत्तर- प्रकाश संश्लेषण प्रक्रम का

प्रश्न 16. स्टार्च भी एक प्रकार का है –

उत्तर- कार्बोहाइड्रेट

प्रश्न 17. प्रकाश संश्लेषण के प्रक्रम में क्लोरोफ़िल की सहायता से पत्तियों द्वारा संचयन किया जाता है –

उत्तर- सौर ऊर्जा का

प्रश्न 18. सजीवों का शरीर सूक्ष्म इकाइयों से बनता है , जो कहलाती है –

उत्तर- कोशिका

प्रश्न 19. कोशिका एक पतली बाह्य संरचना द्वारा घिरी होती है , जिसे कहते है –

उत्तर- कोशिका झिल्ली

प्रश्न 20. कोशिका के केंद्र में स्थित एक सुस्पष्ट संरचना होती है , जो कहलाती है –

उत्तर- केंद्रक

प्रश्न 21. केंद्रक चारो और से जेली के समान एक पदार्थ से घिरा होता है , जिसे कहते है –

उत्तर- कोशिका द्रव्य

प्रश्न 22. पत्तियों के अतिरिक्त , पादपों के दूसरे हरे भागो जैसे कि हरे तने एवं हरी शाखाओं में भी होता है –

उत्तर- प्रकाश संश्लेषण

प्रश्न 23. मरुस्थलीय पादपों में वाष्पोत्सर्जन द्वारा जल क्षय को कम करने के लिए पत्तियाँ हो जाती है –

उत्तर- शल्क अथवा शूल रूपी

प्रश्न 24. मरुस्थलीय पादपों के तने हरे होते है ,जो कार्य करते है –

उत्तर- प्रकाश संश्लेषण का

प्रश्न 25. हरी पत्तियों के अतिरिक्त अन्य वर्ण (रंग ) कि पत्तियों में भी होता है –

उत्तर- क्लोरोफ़िल

प्रश्न 26. कुछ पादप ऐसे भी है, जिनमे नहीं पाया जाता है –

उत्तर- क्लोरोफ़िल

प्रश्न 27. अमरबेल में नहीं होता है –

उत्तर- क्लोरोफ़िल

प्रश्न 28. अमरबेल जैसे पादप परपोषी को अमूल्य पोषकों से वंचित करते है , अतः इन्हें कहते है –

उत्तर- परजीवी

प्रश्न 29. कीटों का भक्षण करने वाले ऐसे पादप कहलाते है –

उत्तर- कीटभक्षी पादप

प्रश्न 30. वीनस फ्लाइ ट्रेप तथा सनडयू उदाहरण है –

उत्तर- कीटभक्षी पादपों के

प्रश्न 31. वह पोषण प्रणाली जिसमे जीव किसी मृत एवं विघटित जैविक पदार्थो से पोषक तत्व प्राप्त करते है ,कहलाती है –

उत्तर- मृतजीवी पोषण

प्रश्न 32. शैवाल भी अपना भोजन स्वयं बनाते है –

उत्तर- प्रकाश संश्लेषण द्वारा

प्रश्न 33. मृतजीवी पोषण प्रणाली का उपयोग करने वाले जीव कहलाते है –

उत्तर- मृतजीवी

प्रश्न 34. सामान्यत: कवकों के वायु में उपस्थित होते है –

उत्तर- बीजाणु

प्रश्न 35. कुछ कवकों का उपयोग होता है –

उत्तर- औषधि के रूप में

प्रश्न 36. कुछ जीव एक – दूसरे के साथ रहते है तथा अपना आवास एवं पोषक तत्त्व एक – दूसरे के साथ बाँटते है। इसे कहते है –

उत्तर- सहजीवी संबंध

प्रश्न 37. चना , मटर, मूँग, सेम तथा अन्य फलीदार पादपों की जड़ो में रहते है –

उत्तर- राइजोबियम

प्रश्न 38. जीवाणु जो वायुमंडलीय नाइट्रोजन को विलय पदार्थो में परिवर्तित कर देते है। कहलाते है –

उत्तर- राइजोबियम