Class 7 ncert physics notes in hindi

Class 7 ncert physics notes in hindi

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गति एवं समय

किसी वस्तु द्वारा एकांक समय में तय की गयी दूरी को उसकी चाल कहते है।

वस्तओं की चाल यह निर्णय लेने में हमारी सहायता करती है कि कौन दूसरों से तेज चल रहा है।

किसी वस्तु की चाल उसके द्वारा तय की गई दूरी को उस दूरी को चलने में लिए गए समय से विभाजित करने पर प्राप्त होती है।

इसका मूल मात्रक मीटर प्रति सेकंड (m/s) है।

चाल = तय की गई कुल दूरी / लिया गया कुल समय Class 7 ncert physics notes in hindi

यदि किसी सरल रेखा के अनुदिश गति करने वाली वस्तु की चाल परिवर्तित होती रहती है ,तो उस वस्तु की चाल असमान कही जाती है।

इसके विपरीत किसी सरल रेखा के अनुदिश वस्तु की नियत चाल से गति एकसमान गति कहलाती है। Class 7 ncert physics notes in hindi

आवर्ती घटनाओ का उपयोग समय मापन में किया जाता है। लोलक की आवर्ती गति का उपयोग घड़ियों के बनाने में होता रहा है।

सरल लोलक एक दोलन पूरा करने में जितना समय लगता है , उसे सरल लोलक का आवर्तकाल कहते है।

किसी दी गई लम्बाई का लोलक सदैव एक दोलन पूरा करने में समान समय लेता है। Class 7 ncert physics notes in hindi

आजकल अधिकांश घड़ियों में एक या दो सेलो वाले विधुत परिपथ होते है।

इन घड़ियों को क्वार्ट्ज घड़ी कहते है।

इनके द्वारा मापा गया समय पहले उपलब्ध घड़ियों द्वारा मापे गये समय से अधिक यथार्थ होता है। Class 7 ncert physics notes in hindi

समय का मूल मात्रक सेकंड है। इसका प्रतीक s है। समय के बड़े मात्रक मिनट (min) तथा घंटा (h) है।

किसी सामान्य स्वस्थ युवा की विराम की स्थिति में नाड़ी एक मिनट में 72 बार अर्थात 10 सेकण्ड में लगभग 12 बार स्पंदन करती है। बच्चो में यह दर कुछ अधिक हो सकती है।

वाहन की गति को नापने के लिए चालमापी ( स्पीडोमीटर ) का उपयोग किया जाता है।

वाहन द्वारा तय की गई दूरी को मापने के लिए उपयोग किये जाने वाले मीटर को पथमापी ( ओडोमीटर ) कहते है। Class 7 ncert physics notes in hindi

एक मिक्रोसेकन्ड – सेकंड का दसलाखवां भाग होता है।

एक नैनोसेकन्ड – सेकंड का एक अरबवाँ भाग होता है।

वस्तुओं की गति को उनके दूरी – समय ग्राफ द्वारा चित्रात्मक रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।

नियत चाल से गति करने वाली वस्तु का दूरी -समय ग्राफ एक सरल रेखा होता है। Class 7 ncert physics notes in hindi

भारतवर्ष में समय अनुरक्ष्ण सेवा , नई दिल्ली की राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला द्वारा प्रदान की जाती है।

यहाँ जिन घड़ियों का उपयोग किया जाता है ,वे समय – अंतराल की माप, एक सेकंड के दस लाखवे भाग की यथार्थता के साथ कर सकती है।

संसार की सर्वाधिक यथार्थ घड़ी संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय मानक एवं प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा विकसित की गयी है।

यह घड़ी 2 करोड़ वर्ष तक चलते रहने के पश्चात 1 सेकंड तेज या मंद होगी। Class 7 ncert physics notes in hindi

विधुत धारा और इसके प्रभाव

विधुत अवयवों को उनके प्रतीकों द्वारा निरूपित करना सुविधाजनक होता है।

इनका उपयोग करके किसी विधुत परिपथ को परिपथ आरेख द्वारा निरूपित किया जा सकता है।

विधुत सेल के प्रतीक में लम्बी रेखा धन टर्मिनल को तथा छोटी व मोटी रेखा ऋण टर्मिनल को निरूपित करती है।

परिपथ के विविध अवयवों को संयोजित करने में उपयोग होने वाले संयोजक तार, रेखाओं द्वारा निरूपित किए जाते है। 

कुंजी अथवा स्विच को परिपथ में कहीं पर भी लगाया जा सकता है। Class 7 ncert physics notes in hindi

जब किसी तार से कोई विधुत धारा प्रवाहित होती है , तो वह तार तप्त हो जाता है। यह विधुत धारा का तापीय प्रभाव कहलाता है।

किसी तार में उत्पन्न ऊष्मा का परिमाण उस तार के पदार्थ ( की धातु जिससे यह बना है ), लम्बाई तथा मोटाई पर निर्भर करता है।

अत: विभिन्न आवश्यकताओ के लिए विभिन्न पदार्थो तथा विभिन्न लम्बाई एवं मोटाई के तार उपयोग किए जाते है। Class 7 ncert physics notes in hindi

यदि किसी तार से बड़े परिमाण की विधुत धारा प्रवाहित होती है ,तो तार इतना अधिक तप्त हो सकता है की वह पिघलकर टूट जाएगा।

कुछ विशेष पदार्थों के बने तारों में से जब उच्च विधुत धारा प्रवाहित होती है ,तो वे गर्म होने से पिघलकर टूट जाते है। इन पदार्थों का उपयोग विधुत फ्यूज के निर्माण में किया जाता है , जो विधुत परिपथों को क्षति तथा आग से बचाते है।

आजकल फ्यूज के स्थान पर लघु परिपथ विच्छेदको (MCBs) का उपयोग निरन्तर बढ़ता जा रहा है।

जब किसी परिपथ में विधुत धारा सुरक्षा सीमा सी अधिक हो जाती है ,तो ये ऐसे स्विच होते है ,जो स्वत: ही ऑफ हो जाते है। Class 7 ncert physics notes in hindi

जब किसी तार से विधुत धारा प्रवाहित होती है , तो वह चुंबक की भांति व्यवहार करता है। इसे विधुत धारा का चुंबकीय प्रभाव कहते है।

लोहे के किसी टुकड़े पर विद्युतरोधी तार से लिपटी विधुत धारावाही कुंडली को विधुत चुंबक कहते है।

विधुत चुंबक बहुत – सी युक्तियों में उपयोग किए जाते है।

हैंस क्रिश्चियन आस्ट्रेड ऐसे पहले व्यक्ति थे , जिन्होंने यह देखा कि जब भी किसी तार से विधुत धारा प्रवाहित होती है , तो उसके पास रखी चुंबकीय सुई में विक्षेप होता है। Class 7 ncert physics notes in hindi

विधुत बल्ब के अविष्कार का श्रेय प्राय: थॉमस अल्वा एडीसन को दिया जाता है , यधपि इनसे पूर्व भी अन्य वैज्ञानिक इस पर कार्य कर चुके थे।

एडीसन ने विधुत बल्ब , ग्रामोफोन , चलचित्र कैमरा तथा कार्बन प्रेषक सहित लगभग १३०० आविष्कार किये।

इन्ही के आविष्कारों ने बाद में टेलीफोन के आविष्कार को सुगम बनाया। Class 7 ncert physics notes in hindi

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प्रकाश

प्रकाश सरल रेखा के अनुदिश गमन करता है।

दर्पण अपने ऊपर पड़ने वाले प्रकाश कि दिशा को बदल देता है। दर्पण द्वारा प्रकाश की दिशा का यह परिवर्तन प्रकाश का परावर्तन कहलाता है।

कोई भी पॉलिश किया हुआ अथवा चमकदार पृष्ठ दर्पण की भाँति कार्य करती है।

जो प्रतिबिम्ब पर्दे पर प्राप्त किया जा सके ,वास्तविक प्रतिबिम्ब कहलाता है।

जो प्रतिबिम्ब पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सके ,आभासी प्रतिबिम्ब कहलाता है। Class 7 ncert physics notes in hindi

समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब सीधा होता है।

यह आभासी होता है ,तथा बिम्ब के समान साइज का होता है।

प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे उतनी ही दूरी पर बनता है , जितनी कि दर्पण के सामने बिम्ब की दूरी होती है।

दर्पण द्वारा बने प्रतिबिम्ब में , बिम्ब का वाम भाग प्रतिबिम्ब के दक्षिण भाग की भाँति दिखाई देता है तथा बिम्ब का दक्षिण भाग प्रतिबिम्ब के वाम भाग की भाँति दिखाई देते है। Class 7 ncert physics notes in hindi

यदि किसी गोलिये दर्पण का परावर्तक पृष्ठ अवतल है , तो उसे अवतल दर्पण कहते है।

यदि परावर्तक पृष्ठ उत्तल है ,तो इसे उत्तल दर्पण कहते है।

चम्मच का भीतरी पृष्ठ अवतल दर्पण की भाँति कार्य करता है ,जबकि इसका बाहरी पृष्ठ उत्तल दर्पण की भाँति कार्य करता है। Class 7 ncert physics notes in hindi

अवतल दर्पण वास्तविक तथा उल्टा प्रतिबिम्ब बना सकता है। जब बिम्ब को दर्पण के अत्यंत निकट रखते है ,तो प्रतिबिम्ब आभासी ,सीधा तथा आवर्धित होता है।

अवतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब साइज में बिम्ब से छोटा या बड़ा हो सकता है।

प्रतिबिम्ब वास्तविक अथवा आभासी भी हो सकता है।

दन्त विशेषज्ञो द्वारा अवतल दर्पण का उपयोग दाँतों का बड़ा प्रतिबिम्ब देखने के लिए किया जाता है।

टॉर्च, कारों तथा स्कूटरों के अग्रदीप के परावर्तक पृष्ठ की आकृति भी अवतल है। Class 7 ncert physics notes in hindi

उत्तल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब सीधा ,आभासी तथा साइज में बिम्ब से छोटा होता है।

वे लेंस , जो किनारों की अपेक्षा बीच में मोटे प्रतीत होते है , उत्तल लेंस कहलाते है।

जो लेंस किनारों की अपेक्षा बीच में पतले महसूस होते है ,अवतल लेंस कहलाते है।

लेंस पारदर्शी होते है तथा इनमें से प्रकाश गुजर सकता है। Class 7 ncert physics notes in hindi

उत्तल लेंस वास्तविक तथा उल्टा प्रतिबिम्ब बना सकता है।

जब बिम्ब लेंस के अत्यंत निकट रखा जाता है ,तो बनने वाला प्रतिबिम्ब आभासी , सीधा तथा आवर्धित होता है।

जब उत्तल लेंस को , वस्तुओं को आवर्धित करके देखने के लिए उपयोग किया जाता है , तो उसे आवर्धक लेंस कहते है।

अवतल लेंस सदैव सीधा ,आभासी तथा साइज में बिम्ब से छोटा प्रतिबिम्ब बनता है।

श्वेत प्रकाश सात वर्णों का मिश्रण है। Class 7 ncert physics notes in hindi

MCQ

प्रश्न 1. किसी वस्तु द्वारा एकांक समय में तय की गयी दूरी को उसकी कहते है –

उत्तर- चाल

प्रश्न 2. किसी वस्तु की चाल उसके द्वारा तय की गई दूरी को उस दूरी को चलने में लिए गए समय से करने पर प्राप्त होती है –

उत्तर- विभाजित

प्रश्न 3. चाल का मूल मात्रक है –

उत्तर- मीटर प्रति सेकंड (m/s)

प्रश्न 4. यदि किसी सरल रेखा के अनुदिश गति करने वाली वस्तु की चाल परिवर्तित होती रहती है ,तो उस वस्तु की चाल कही जाती है –

उत्तर- असमान

प्रश्न 5. किसी सरल रेखा के अनुदिश वस्तु की नियत चाल से गति कहलाती है –

उत्तर- एकसमान गति

प्रश्न 6. सरल लोलक एक दोलन पूरा करने में जितना समय लगता है , उसे सरल लोलक का कहते है –

उत्तर- आवर्तकाल

प्रश्न 7. समय का मूल मात्रक है –

उत्तर- सेकंड

प्रश्न 8. किसी सामान्य स्वस्थ युवा की विराम की स्थिति में नाड़ी एक मिनट में स्पंदन करती है –

उत्तर- 72 बार अर्थात 10 सेकण्ड में लगभग 12 बार

प्रश्न 9. वाहन की गति को नापने के लिए का उपयोग किया जाता है –

उत्तर- स्पीडोमीटर

प्रश्न 10. वाहन द्वारा तय की गई दूरी को मापने के लिए उपयोग किये जाने वाले मीटर को कहते है –

उत्तर- ओडोमीटर

प्रश्न 11. एक मिक्रोसेकन्ड – सेकंड का भाग होता है –

उत्तर- दसलाखवां

प्रश्न 12. एक नैनोसेकन्ड – सेकंड का भाग होता है –

उत्तर- एक अरबवाँ

प्रश्न 13. जब किसी तार से कोई विधुत धारा प्रवाहित होती है , तो वह तार तप्त हो जाता है। यह विधुत धारा का कहलाता है –

उत्तर- तापीय प्रभाव

प्रश्न 14. किसी तार में उत्पन्न ऊष्मा का परिमाण उस तार के निर्भर करता है –

उत्तर- पदार्थ , लम्बाई तथा मोटाई पर

प्रश्न 15. जब किसी तार से विधुत धारा प्रवाहित होती है , तो वह चुंबक की भांति व्यवहार करता है। इसे विधुत धारा का कहते है –

उत्तर- चुंबकीय प्रभाव

प्रश्न 16. विधुत बल्ब के अविष्कार का श्रेय प्राय: दिया जाता है –

उत्तर- थॉमस अल्वा एडीसन को

प्रश्न 17. दर्पण द्वारा प्रकाश की दिशा का परिवर्तन प्रकाश का कहलाता है –

उत्तर- परावर्तन

प्रश्न 18. जो प्रतिबिम्ब पर्दे पर प्राप्त किया जा सके ,कहलाता है –

उत्तर- वास्तविक प्रतिबिम्ब

प्रश्न 19. जो प्रतिबिम्ब पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सके ,कहलाता है –

उत्तर- आभासी प्रतिबिम्ब

प्रश्न 20. समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब होता है –

उत्तर- सीधा , आभासी तथा बिम्ब के समान साइज का

प्रश्न 21. समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे उतनी ही दूरी पर बनता है ,जितनी कि दूरी होती है –

उत्तर- दर्पण के सामने बिम्ब की

प्रश्न 22. यदि किसी गोलिये दर्पण का परावर्तक पृष्ठ अवतल है , तो उसे कहते है –

उत्तर- अवतल दर्पण

प्रश्न 23. यदि किसी गोलिये दर्पण का परावर्तक पृष्ठ उत्तल है ,तो इसे कहते है –

उत्तर- उत्तल दर्पण

प्रश्न 24. उत्तल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब होता है –

उत्तर- सीधा ,आभासी तथा साइज में बिम्ब से छोटा

प्रश्न 25. वे लेंस , जो किनारों की अपेक्षा बीच में मोटे प्रतीत होते है , कहलाते है –

उत्तर- उत्तल लेंस

प्रश्न 26. जो लेंस किनारों की अपेक्षा बीच में पतले महसूस होते है ,कहलाते है –

उत्तर- अवतल लेंस

प्रश्न 27. जब उत्तल लेंस को , वस्तुओं को आवर्धित करके देखने के लिए उपयोग किया जाता है , तो उसे कहते है –

उत्तर- आवर्धक लेंस

प्रश्न 28. अवतल लेंस सदैव प्रतिबिम्ब बनता है –

उत्तर- सीधा ,आभासी तथा साइज में बिम्ब से छोटा

प्रश्न 29. श्वेत प्रकाश मिश्रण है –

उत्तर- सात वर्णों का Class 7 ncert physics notes in hindi