हमारे आस-पास के पदार्थ

हमारे आस-पास के पदार्थ

हमारे आस-पास के पदार्थ :-

पदार्थ (MATTER)

पदार्थ (द्रव्य) ब्रह्माण्ड का वह अवयव है, जिसमें द्रव्यमान व आयतन होता है तथा जिसका अनुभव हम अपनी ज्ञानेंद्रियों द्वारा कर सकते हैं |

उदाहरण – जल, वायु, लकड़ी आदि |

प्राचीन काल में पदार्थ (द्रव्य) को पांच मूल तत्वों में वर्गीकृत किया, जिसे ‘ पंचतत्व’ कहा गया |

ये पंचतत्व है :- वायु, पृथ्वी, अग्नि ,जल तथा आकाश | हमारे आस-पास के पदार्थ

आधुनिक वैज्ञानिकों ने पदार्थ को भौतिक गुणधर्म एवं रासायनिक प्रकृति के आधार पर दो प्रकार से वर्गीकृत किया है |

भौतिक गुणधर्मों के आधार पर :- ठोस (Solids), द्रव (Liquids) तथा गैस (Gases)|

रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर:- तत्व (Elements), यौगिक (Compounds) तथा मिश्रण (Mixtures)|

द्रव्यमान (Mass)

किसी वस्तु में उपस्थित द्रव्य की वास्तविक मात्रा को उसका द्रव्यमान (Mass) कहते हैं |

किसी वस्तु का द्रव्यमान सदैव निश्चित होता है अर्थात स्थान परिवर्तन के साथ इसका मान परिवर्तित नहीं होता है |

इसे m द्वारा प्रदर्शित करते हैं | हमारे आस-पास के पदार्थ

भार ( Weight)

पृथ्वी अपने केंद्र की ओर वस्तुओं को जिस बल द्वारा आकर्षित करती है उसे भार (Weight) कहते हैं |

स्थान परिवर्तन के साथ इसका मान परिवर्तित होता जाता है |

इसे w द्वारा प्रदर्शित करते हैं |

आयतन (Volume)

किसी वस्तु द्वारा घेरा गया स्थान, उस वस्तु का आयतन (Volume) कहलाता है |

इसे V द्वारा प्रदर्शित करते हैं | हमारे आस-पास के पदार्थ

पदार्थ का भौतिक स्वरूप (Physical Nature of Matter)

पदार्थ कणों से मिलकर बना होता है |

पदार्थ के करण बहुत छोटे होते हैं – इतने छोटे कि हम कल्पना भी नहीं कर सकते |

पदार्थ के कणों के अभिलक्षण गुण (Characteristic Properties of Particle of Matter)

पदार्थ के कणों के बीच रिक्त स्थान होता है |

पदार्थ के कण निरंतर गतिशील होते हैं |

तापमान बढ़ने से कणों की गतिज ऊर्जा भी बढ़ जाती है |

पदार्थ के कारण एक दूसरे को आकर्षित करते हैं |

आकर्षण बल का सामर्थ्य प्रत्येक पदार्थ में अलग-अलग होता है | हमारे आस-पास के पदार्थ

अंतर-आणविक अवकाश

पदार्थ में एक कण से दूसरे कण के बीच खाली स्थान रहता है जिसे अंतर-आणविक अवकाश (Intermolecular Space) कहते हैं |

अंतर-आणविक स्थान पदार्थ की भौतिक अवस्था के परिवर्तन के साथ घटता- बढ़ता भी है |

अंतर-आणविक बल

पदार्थ के कणों के मध्य आकर्षण बल उपस्थित होता है जिसे ससंजक बल (Cohesive force) अथवा अंतर-आणविक बल कहते हैं |

पदार्थ के कणों के मध्य की दूरी घटने के साथ-साथ कणों के मध्य अंतर-आणविक बल बढ़ता है | हमारे आस-पास के पदार्थ

पदार्थ की अवस्थाएं

भौतिक अवस्थाओं के आधार पर सभी पदार्थों को तीन समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है :-

ठोस (Solid), द्रव (Liquid), गैस (Gas)

ठोस अवस्था

पदार्थ की वह अवस्था जिसका आकार एवं आयतन दोनों निश्चित होते हैं ठोस कहलाती है |

उदाहरण- पत्थर , लोहा और लकड़ी आदि | हमारे आस-पास के पदार्थ

द्रव अवस्था

पदार्थ की व्यवस्था जिसका आयतन तो निश्चित होता है परंतु आकार नहीं द्रव कहलाती है |

उदाहरण- जल दूध और तेल आदि |

गैस अवस्था

पदार्थ की वह अवस्था, जिसमें पदार्थ का न तो आकार निश्चित होता है और न ही आयतन, गैस कहलाती है |

उदाहरण- हाइड्रोजन, जलवाष्प, ऑक्सीजन आदि | हमारे आस-पास के पदार्थ

ठोस, द्रव और गैस के अतिरिक्त पदार्थ की दो अन्य अवस्थाएं भी होती हैं , यह अवस्थाएं हैं :- प्लाज्मा और बोस-आइंस्टीन कान्डन्सैट |

प्लाज्मा

पदार्थ की वह व्यवस्था जिसमें उच्च ताप पर पदार्थ के परमाणु आयनित अवस्था में होते हैं, प्लाज्मा कहलाती है |

प्लाज्मा प्राकृतिक रूप से तारों (सूर्य सहित) में होता है |

यह अवस्था विद्युत की सुचालक होती है |

फ्लोरसेण्ट ट्यूब एवं निऑन बल्ब में प्लाज्मा होता है |

बोस-आइंस्टीन कान्डन्सैट

पदार्थ की वह अवस्था, जो अत्याधिक निम्न ताप पर प्राप्त होती है बोस-आइंस्टीन कान्डन्सैट कहलाती है |

ठोस के अभिलक्षण

ठोस का एक निश्चित आकार और एक निश्चित आयतन होता है।

इनका घनत्व उच्च होता है |

ये असंपीड्य और कठोर होते हैं।

ठोस के कणों के बीच अंतर- आणविक अवकाश कम होता है |

ठोस के कणों के बीच अंतर- आणविक बल अधिक होता है |

इनके अवयवी कणों ( परमाणुओं, अणुओं अथवा आयनों ) की स्थितियाँ निश्चित होती हैं और यह कण केवल अपनी माध्य स्थितियों के चारों ओर दोलन कर सकते हैं। हमारे आस-पास के पदार्थ

द्रव के अभिलक्षण

द्रवों का आयतन निश्चित होता है लेकिन आकार निश्चित नहीं होता।

द्रव का घनत्व ठोस से कम तथा गैस से अधिक होता है |

ठोसों की तरह, द्रवों को अधिक संपीडित नहीं किया जा सकता है।

ठोस की अपेक्षा द्रव के अणुओं के बीच अंतर-आणविक स्थान अधिक होता है |

ठोस की अपेक्षा द्रव के अणुओं के बीच अंतर-आणविक आकर्षण बल कम होता है |

इनमें बहने का गुण अर्थात तरलता (Fluidity) पाया जाता है | हमारे आस-पास के पदार्थ

गैस के अभिलक्षण

गैसों का न तो कोई निश्चित आकार होता है और न ही निश्चित आयतन |

गैसों का घनत्व बहुत कम होता है।

गैसों को आसानी से संपीड़ित किया जा सकता है।

गैसों के अणुओं के मध्य अंतर-आणविक बल लगभग नगण्य होता है |

गैसों के अणुओं के मध्य अंतर-आणविक स्थान बहुत अधिक होता है |

गैसें उस पात्र का आकार और आयतन प्राप्त कर लेती हैं जिसमें उन्हें रखा जाता है |

गैसें आसानी से प्रवाहित होती हैं। हमारे आस-पास के पदार्थ

हमारे आस-पास के पदार्थ image

विसरण

दो विभिन्न पदार्थों के कणों का स्वत: मिलना ही विसरण ( Diffusion) कहलाता है |

तापमान बढ़ने पर विसरण की प्रक्रिया तेज हो जाती है |

विसरण पदार्थ का वह गुण है जो उसके कणों की गति पर आधारित होता है।

विसरण गैसों, द्रवों और ठोस पदार्थों में होता है।

गैसों में विसरण तेज होता है और ठोस में सबसे धीमा। हमारे आस-पास के पदार्थ

विसरण सबसे तेज गैसों में होता है क्योंकि गैसों में कण बहुत तेजी से चलते हैं।

ठोस में विसरण सबसे धीमा होता है क्योंकि ठोस में कण अधिक गति नहीं करते हैं।

विसरित पदार्थों का ताप बढ़ाने पर विसरण की दर बढ़ जाती है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि जब किसी पदार्थ का तापमान गर्म करने से बढ़ता है, तो उसके कण गतिज ऊर्जा प्राप्त करते हैं और अधिक तेजी से आगे बढ़ते हैं। और पदार्थ के कणों की गति में यह वृद्धि विसरण की दर को बढ़ा देती है। हमारे आस-पास के पदार्थ

गैसों में विसरण

गैस में विसरण बहुत तेज होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गैसों के कणों में गतिज ऊर्जा बहुत अधिक होती है।

तथापि, गैस के विसरण की दर उसके घनत्व पर निर्भर करती है।

हलकी गैसें, कम घनत्व के कारण, अधिक शीघ्रता से और भारी गैसें, अधिक घनत्व के कारण, कम शीघ्रता से विसरण करती हैं।

पके हुए भोजन की गंध विसरण की प्रक्रिया द्वारा काफी दूर से भी हम तक पहुँच जाती है | हमारे आस-पास के पदार्थ

द्रव में विसरण

द्रव में विसरण गैसों की अपेक्षा धीमा होता है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि गैसों के कणों की तुलना में द्रव के कणों में गतिज ऊर्जा कम होती है |

द्रव में विसरण ठोस की तुलना में बहुत तेज होता है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि द्रव अवस्था में पदार्थ के कारण स्वतंत्र रूप से गति करते हैं और ठोस की अपेक्षा द्रव के कणों मैं रिक्त स्थान भी अधिक होता है |

पोटैशियम परमैंगनेट के बैंगनी रंग का पानी में फैल जाना, पोटैशियम परमैंगनेट कणों के पानी में विसरण के कारण होता है |

वातावरण की गैसे विसरित होकर जल में घुल जाती हैं ये गैसे विशेषत: ऑक्सीजन एवं कार्बन डाइऑक्साइड जलीय जंतुओं तथा पौधों के लिए अनिवार्य होती हैं | हमारे आस-पास के पदार्थ

ठोस में विसरण

ठोस में विसरण एक बहुत ही धीमी प्रक्रिया है।

ठोस पदार्थ का दूसरे ठोस पदार्थ में विसरण इतना धीमा होता है कि बहुत से लोग सोचते हैं कि ठोस में विसरण बिल्कुल नहीं होता है।

ठोस विसरण का उदाहरण :- यदि दो धातु के ब्लॉकों को एक साथ कसकर बांध दिया जाता है और कुछ वर्षों तक बिना किसी बाधा के रखा जाता है, तो एक धातु के कण दूसरी धातु में पाए जाते हैं। हमारे आस-पास के पदार्थ

पदार्थ का अवस्था परिवर्तन

ताप या दाब के प्रभाव के कारण द्रव्य की एक अवस्था से दूसरी अवस्था में परिवर्तन की प्रक्रिया को द्रव्य का अवस्था परिवर्तन कहते हैं |

पदार्थ की भौतिक अवस्था को हम दो प्रकार से बदल सकते हैं:- तापमान बदलकर और दबाव बदलकर | हमारे आस-पास के पदार्थ

तापमान परिवर्तन का प्रभाव

गलन व गलनांक

वह प्रक्रिया जिसमें कोई ठोस पदार्थ गर्म करने पर द्रव में बदल जाता है, गलन ( संगलन ) (Melting) कहलाती है।

किसी ठोस पदार्थ का गलन निश्चित ताप पर होता है।

वह ताप जिस पर कोई ठोस पदार्थ वायुमंडलीय दाब पर पिघलकर द्रव में परिवर्तित हो जाता है, पदार्थ का गलनांक ( Melting Point) कहलाता है।

विभिन्न ठोसों का गलनांक भिन्न होता है।

किसी ठोस का गलनांक उसके कणों के बीच आकर्षण बल का माप होता है। हमारे आस-पास के पदार्थ

क्वथन व क्वथनांक

वह प्रक्रिया जिसमें कोई द्रव पदार्थ गर्म करने पर तेजी से गैस में परिवर्तित होता है, उसे क्वथन (Boiling) कहते हैं |

किसी द्रव का क्वथन एक निश्चित ताप पर होता है।

वह तापमान जिस पर कोई द्रव उबलता है और वायुमंडलीय दाब पर तेजी से गैस में परिवर्तित होता है, द्रव का क्वथनांक (Boiling Point) कहलाता है।

या

वायुमंडलीय दाब पर वह तापमान जिस पर द्रव उबलने लगता है, उसे इसका क्वथनांक कहते हैं |

उदाहरण के लिए पानी का क्वथनांक 100 डिग्री सेल्सियस होता है।

विभिन्न तरल पदार्थों के अलग-अलग क्वथनांक होते हैं।

किसी द्रव का क्वथनांक उसके कणों के बीच आकर्षण बल का माप है। हमारे आस-पास के पदार्थ

संघनन

किसी गैस (या वाष्प) को ठंडा करके द्रव में बदलने की प्रक्रिया संघनन (Condensation) कहलाती है।

संघनन, क्वथन (या वाष्पीकरण) का उल्टा है।

हिमीकरण व हिमांक

किसी द्रव को ठण्डा करके ठोस में बदलने की प्रक्रिया हिमीकरण (Freezing) कहलाती है।

वह निश्चित तापमान जिस पर हिमीकरण की प्रक्रिया होती हैं, हिमांक (Freezing Point) कहलाता है।

सैद्धांतिक रूप से ठोस का गलनांक तथा द्रव का हिमांक समान होता है |

परंतु हिमांक को द्रव का लाक्षणिक गुण नहीं माना जाता है | हमारे आस-पास के पदार्थ

गुप्त उष्मा

किसी पदार्थ की अवस्था को बदलने के लिए जिस ऊष्मा ऊर्जा की आपूर्ति करनी पड़ती है, उसे उसकी गुप्त ऊष्मा कहते हैं।

गुप्त ऊष्मा तापमान में वृद्धि नहीं करती है।

गुप्त ऊष्मा जो हम आपूर्ति करते हैं, उसका उपयोग अवस्था परिवर्तन के दौरान किसी पदार्थ के कणों के पारस्परिक आकर्षण बल को वशीभूत करके पदार्थ की अवस्था को बदलने में किया जाता है |

गुप्त ऊष्मा से पदार्थ के कणों की गतिज ऊर्जा में वृद्धि नहीं होती है |

किसी ठोस को द्रव अवस्था में बदलने के लिए आवश्यक ऊष्मा संगलन की गुप्त ऊष्मा ( या पिघलने की गुप्त ऊष्मा ) कहलाती है।

किसी द्रव को वाष्प अवस्था ( या गैस ) में बदलने के लिए आवश्यक ऊष्मा को वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा कहते हैं। हमारे आस-पास के पदार्थ

संगलन की गुप्त ऊष्मा

वायुमंडलीय दाब पर 1 kg ठोस को उसके गलनांक पर द्रव में बदलने के लिए जितनी ऊष्मीय ऊर्जा की आवश्यकता होती है, से संगलन की गुप्त ऊष्मा कहते हैं |

वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा

वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा ताप कि वह मात्रा है जो 1 kg द्रव को वायुमंडलीय दाब पर द्रव के क्वथनांक पर गैसीय अवस्था में परिवर्तन करने हेतु प्रयोग होती है |

ऊर्ध्वपातन

द्रव अवस्था में परिवर्तन हुए बिना ठोस अवस्था से सीधे गैस और वापस ठोस में बदलने की प्रक्रिया को ऊर्ध्वपातन कहते हैं |

उदाहरण- आयोडीन, अमोनियम क्लोराइड आदि | हमारे आस-पास के पदार्थ

दाब परिवर्तन का प्रभाव

दबाव को बदलकर पदार्थ की भौतिक अवस्था को भी बदला जा सकता है।

जैसे दाब को बढ़ाने और तापमान घटाने से गैस द्रव में बदल सकती है |

वाष्पीकरण

क्वथनांक से कम तापमान पर द्रव के वाष्प में परिवर्तन होने की प्रक्रिया को वाष्पीकरण कहते हैं |

वाष्पीकरण एक सतह की परिघटना है | सतह के कण पर्याप्त ऊर्जा ग्रहण कर उनके बीच के परस्पर आकर्षण बलों को पार कर लेते हैं और द्रव को वाष्प अवस्था में परिवर्तित कर देते हैं |

वाष्पीकरण से ठंडक उत्पन्न होती है | हमारे आस-पास के पदार्थ

वाष्पीकरण को प्रभावित करने वाले कारक :- सतही क्षेत्रफल , तापमान ,आद्रता और वायु की गति |

वाष्पीकरण की दर निम्नलिखित के साथ बढ़ती है :- सतही क्षेत्रफल बढ़ने पर , तापमान में वृद्धि , आद्रता में कमी और वायु की गति में वृद्धि |

तापमान की इकाई

तापमान मापने की सामान्य इकाई ‘ डिग्री सेल्सियस’ है जिसे संक्षिप्त रूप में °C लिखा जाता है।

सेल्सियस पैमाने पर बर्फ का गलनांक 0 °C होता है |

सेल्सियस पैमाने पर पानी का क्वथनांक 100 °C होता है। हमारे आस-पास के पदार्थ

तापमान का एक और पैमाना है जिसे केल्विन पैमाना कहा जाता है जिसका उपयोग वैज्ञानिक मुख्य रूप से शोध कार्य के लिए करते हैं।

तापमान मापने की SI इकाई केल्विन है।

जिसे K चिन्ह से प्रदर्शित किया जाता है |

तापमान के केल्विन पैमाने का एक लाभ यह है कि इस पैमाने पर सभी तापमान सकारात्मक होते हैं।

केल्विन तापमान पर बर्फ का गलनांक 273.15 K होता है |

केल्विन पैमाने पर पानी का क्वथनांक 373.15 K है |

केल्विन पैमाने और सेल्सियस पैमाने के बीच संबंध

केल्विन पैमाने पर तापमान = सेल्सियस पैमाने पर तापमान + 273.15 हमारे आस-पास के पदार्थ

MCQ

प्रश्न 1. ब्रह्माण्ड का वह अवयव है, जिसमें द्रव्यमान व आयतन होता है तथा जिसका अनुभव हम अपनी ज्ञानेंद्रियों द्वारा कर सकते हैं , उसे कहते है –

उत्तर- पदार्थ (द्रव्य)

प्रश्न 2. प्राचीन काल में पदार्थ (द्रव्य) को पांच मूल तत्वों में वर्गीकृत किया, जिसे कहा गया –

उत्तर- पंचतत्व

प्रश्न 3. पदार्थ को भौतिक गुणधर्मों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है –

उत्तर- ठोस , द्रव तथा गैस में

प्रश्न 4. पदार्थ को रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है –

उत्तर- तत्व , यौगिक तथा मिश्रण में

प्रश्न 5. किसी वस्तु में उपस्थित द्रव्य की वास्तविक मात्रा को उसका कहते हैं –

उत्तर- द्रव्यमान

प्रश्न 6. किसी वस्तु का द्रव्यमान सदैव होता है –

उत्तर- निश्चित

प्रश्न 7. द्रव्यमान को प्रदर्शित करते हैं –

उत्तर- m द्वारा

प्रश्न 8. पृथ्वी अपने केंद्र की ओर वस्तुओं को जिस बल द्वारा आकर्षित करती है उसे कहते हैं –

उत्तर- भार

प्रश्न 9. स्थान परिवर्तन के साथ भार मान होता जाता है –

उत्तर- परिवर्तित

प्रश्न 10. भार को प्रदर्शित करते हैं –

उत्तर- w द्वारा

प्रश्न 11. किसी वस्तु द्वारा घेरा गया स्थान, उस वस्तु का कहलाता है –

उत्तर- आयतन

प्रश्न 12. आयतन को प्रदर्शित करते हैं –

उत्तर- V द्वारा

प्रश्न 13. पदार्थ बना होता है –

उत्तर- कणों से मिलकर

प्रश्न 14. पदार्थ के कणों के बीच होता है –

उत्तर- रिक्त स्थान

प्रश्न 15. पदार्थ के कण निरंतर होते हैं –

उत्तर- गतिशील

प्रश्न 16. तापमान बढ़ने से पदार्थ के कणों की बढ़ जाती है –

उत्तर- गतिज ऊर्जा

प्रश्न 17. पदार्थ में एक कण से दूसरे कण के बीच खाली स्थान रहता है जिसे कहते हैं –

उत्तर- अंतर-आणविक अवकाश

प्रश्न 18. पदार्थ के कणों के मध्य आकर्षण बल उपस्थित होता है जिसे कहते हैं –

उत्तर- ससंजक बल अथवा अंतर-आणविक बल

प्रश्न 19. पदार्थ के कणों के मध्य की दूरी घटने के साथ-साथ कणों के मध्य बढ़ता है –

उत्तर- अंतर-आणविक बल

प्रश्न 20. पदार्थ की वह अवस्था जिसका आकार एवं आयतन दोनों निश्चित होते हैं, कहलाती है –

उत्तर- ठोस

प्रश्न 21. पदार्थ की व्यवस्था जिसका आयतन तो निश्चित होता है परंतु आकार नहीं, कहलाती है –

उत्तर- द्रव

प्रश्न 22. पदार्थ की वह अवस्था, जिसमें पदार्थ का न तो आकार निश्चित होता है और न ही आयतन, कहलाती है –

उत्तर- गैस

प्रश्न 23. पदार्थ की वह व्यवस्था जिसमें उच्च ताप पर पदार्थ के परमाणु आयनित अवस्था में होते हैं, कहलाती है –

उत्तर- प्लाज्मा

प्रश्न 24. पदार्थ की वह अवस्था, जो अत्याधिक निम्न ताप पर प्राप्त होती है, कहलाती है –

उत्तर- बोस-आइंस्टीन कान्डन्सैट

प्रश्न 25. ठोस के कणों के बीच अंतर- आणविक अवकाश होता है –

उत्तर- कम

प्रश्न 26. ठोस के कणों के बीच अंतर- आणविक बल होता है –

उत्तर- अधिक

प्रश्न 27. ठोस के अवयवी कणों ( परमाणुओं, अणुओं अथवा आयनों ) की स्थितियाँ होती हैं –

उत्तर- निश्चित

प्रश्न 28. गैसों के अणुओं के मध्य अंतर-आणविक बल होता है –

उत्तर- लगभग नगण्य

प्रश्न 29. गैसों के अणुओं के मध्य अंतर-आणविक स्थान होता है –

उत्तर- बहुत अधिक

प्रश्न 30. दो विभिन्न पदार्थों के कणों का स्वत: मिलना कहलाता है –

उत्तर- विसरण

प्रश्न 31. तापमान बढ़ने पर विसरण की प्रक्रिया हो जाती है –

उत्तर- तेज

प्रश्न 32. विसरण पदार्थ का वह गुण है जो आधारित होता है –

उत्तर- उसके कणों की गति पर

प्रश्न 33. विसरण सबसे तेज होता है –

उत्तर- गैसों में

प्रश्न 34. विसरण सबसे धीमा होता है –

उत्तर- ठोस में

प्रश्न 35. गैस में विसरण बहुत तेज होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गैसों के कणों में बहुत अधिक होती है –

उत्तर- गतिज ऊर्जा

प्रश्न 36. गैस के विसरण की दर निर्भर करती है –

उत्तर- उसके घनत्व पर

प्रश्न 37. ताप या दाब के प्रभाव के कारण द्रव्य की एक अवस्था से दूसरी अवस्था में परिवर्तन की प्रक्रिया को कहते हैं –

उत्तर- द्रव्य का अवस्था परिवर्तन

प्रश्न 38. वह प्रक्रिया जिसमें कोई ठोस पदार्थ गर्म करने पर द्रव में बदल जाता है, कहलाती है –

उत्तर- गलन ( संगलन )

प्रश्न 39. किसी ठोस पदार्थ का गलन होता है –

उत्तर- निश्चित ताप पर

प्रश्न 40. वह ताप जिस पर कोई ठोस पदार्थ वायुमंडलीय दाब पर पिघलकर द्रव में परिवर्तित हो जाता है, पदार्थ का कहलाता है –

उत्तर- गलनांक

प्रश्न 41. किसी ठोस का गलनांक माप होता है –

उत्तर- उसके कणों के बीच आकर्षण बल का

प्रश्न 42. वह प्रक्रिया जिसमें कोई द्रव पदार्थ गर्म करने पर तेजी से गैस में परिवर्तित होता है, उसे कहते हैं –

उत्तर- क्वथन (Boiling)

प्रश्न 43. किसी द्रव का क्वथन होता है –

उत्तर- एक निश्चित ताप पर

प्रश्न 44. वह तापमान जिस पर कोई द्रव उबलता है और वायुमंडलीय दाब पर तेजी से गैस में परिवर्तित होता है, द्रव का कहलाता है –

उत्तर- क्वथनांक (Boiling Point)

प्रश्न 45. किसी गैस (या वाष्प) को ठंडा करके द्रव में बदलने की प्रक्रिया कहलाती है –

उत्तर- संघनन

प्रश्न 46. किसी द्रव को ठण्डा करके ठोस में बदलने की प्रक्रिया कहलाती है –

उत्तर- हिमीकरण

प्रश्न 47. वह निश्चित तापमान जिस पर हिमीकरण की प्रक्रिया होती हैं, कहलाता है –

उत्तर- हिमांक

प्रश्न 48. हिमांक को द्रव का नहीं माना जाता है –

उत्तर- लाक्षणिक गुण

प्रश्न 49. किसी पदार्थ की अवस्था को बदलने के लिए जिस ऊष्मा ऊर्जा की आपूर्ति करनी पड़ती है, उसे उसकी कहते हैं –

उत्तर- गुप्त ऊष्मा

प्रश्न 50. गुप्त ऊष्मा नहीं करती है –

उत्तर- तापमान में वृद्धि

प्रश्न 51. किसी ठोस को द्रव अवस्था में बदलने के लिए आवश्यक ऊष्मा कहलाती है –

उत्तर- संगलन की गुप्त ऊष्मा

प्रश्न 52. किसी द्रव को वाष्प अवस्था ( या गैस ) में बदलने के लिए आवश्यक ऊष्मा को कहते हैं –

उत्तर- वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा

प्रश्न 53. द्रव अवस्था में परिवर्तन हुए बिना ठोस अवस्था से सीधे गैस और वापस ठोस में बदलने की प्रक्रिया को कहते हैं –

उत्तर- ऊर्ध्वपातन

प्रश्न 54. क्वथनांक से कम तापमान पर द्रव के वाष्प में परिवर्तन होने की प्रक्रिया को कहते हैं –

उत्तर- वाष्पीकरण

प्रश्न 55. तापमान मापने की SI इकाई है –

उत्तर- केल्विन

प्रश्न 56. केल्विन तापमान पर बर्फ का गलनांक होता है –

उत्तर- 273.15 K

प्रश्न 57. केल्विन पैमाने पर पानी का क्वथनांक होता है –

उत्तर- 373.15 K

प्रश्न 58. केल्विन पैमाने और सेल्सियस पैमाने के बीच संबंध –

उत्तर- केल्विन पैमाने पर तापमान = सेल्सियस पैमाने पर तापमान + 273.15