जंतुओं में जनन

जंतुओं में जनन

जंतुओं में जनन :- पौधों की ही तरह जंतुओं में भी जनन की दो विधियाँ होती है। यह है : ( 1 ) लैंगिक जनन ( 2 ) अलैंगिक जनन।

लैंगिक जनन

लैंगिक जनन करने वाले पौधों में नर और मादा जननांग ( भाग ) होते है। जंतुओं में भी नर और मादा में विभिन जनन भाग अथवा अंग होते है।

पौधों की ही तरह जंतु भी नर एवं मादा युग्मक बनाते है जो संलयित होकर युग्मनज बनाते है |

यह युग्मनज विकसित होकर एक नया जीव बनाता है। इस प्रकार का जनन जिसमे नर तथा मादा युग्मक का संलयन होता है , लैंगिक जनन कहलाता है। जंतुओं में जनन

नर जनन अंग

नर जनन अंगो में एक जोड़ा वर्षण, दो शुक्राणु नलिका तथा एक शिश्न ( लिंग ) होते है।

वर्षण नर युग्मक उत्पन्न करते है जिन्हे शुक्राणु कहते है। वर्षण लाखो शुक्राणु करते है।

शुक्राणु यदपि बहुत सूक्ष्म होते है , पर प्रत्येक में एक सिर, एक मध्य भाग एवं एक पूँछ होती है।

हर शुक्राणु में कोशिका के सामान्य संघटक पाए जाते है। जंतुओं में जनन

मानव में नर जननांग image
मानव शुक्राणु image

मादा जनन अंग

मादा जननांगो में एक जोड़ी अंडाशय , अंडवाहिनी ( डिम्ब वाहिनी ) तथा गर्भाशय होता है।

अंडाशय मादा युग्मक उत्पन्न करते है जिसे अंडाणु (डिम्ब ) कहते है।

मानव ( स्त्रियों ) में प्रति मास दोनों अण्डाशयो में से किसी एक अंडाशय से एक विकसित अंडाणु अथवा डिम्ब का निर्मोचन अंडवाहिनी में होता है।

गर्भाशय वह भाग है जहाँ शिशु का विकास होता है। शुक्राणु की तरह अंडाणु भी एकल कोशिका है। जंतुओं में जनन

मानव में मादा जननांग image

निषेचन

जनन प्रक्रम का पहला चरण शुक्राणु और अंडाणु का संलयन है।

जब शुक्राणु, अंडाणु के संपर्क में आते है तो इनमे से एक शुक्राणु अंडाणु के साथ संलयित हो जाता है।

शुक्राणु और अंडाणु का यह संलयन निषेचन कहलाता है। निषेचन के समय शुक्राणु और अंडाणु संलयित होकर एक हो जाते है।

निषेचन के परिणामसवरुप युग्मनज का निर्माण होता है।

निषेचन के प्रक्रम में स्त्री ( माँ ) के अंडाणु और नर ( पिता ) के शुक्राणु का संयोजन होता है। जंतुओं में जनन

अत: नयी संतित में कुछ लक्षण अपनी माता से तथा कुछ लक्षण अपने पिता से वशांनुगत होते है।

वह निषेचन जो मादा के शरीर के अंदर होता है आंतरिक निषेचन कहलाता है।

मनुष्य, गाय, कुत्ते,तथा मुर्गी इत्यादि अनेक जंतुओं में आंतरिक निषेचन होता है।

अनेक जंतुओं में निषेचन की क्रिया मादा जंतु के शरीर के बाहर होती है। इन जंतुओं में निषेचन जल में होता है।

वह निषेचन जो मादा के शरीर के बाहर होता है , बाह्य निषेचन कहलाता है। यह मेंढ़क , मछली , स्टारफिश इत्यादि में दिखाई देता है। जंतुओं में जनन

निषेचन तथा युग्मनज

भ्रूण का परिवर्धन

निषेचन के परिणामस्वरूप युग्मनज बनता है जो विकसित होकर भ्रूण में परिवर्धित होता है।

युग्मनज लगातार विभाजित होकर कोशिकाओं के गोले में बदल जाता है।

ततपश्चात कोशिकाएं समूहीकृत होने लगती है तथा विभिन्न ऊतकों और अंगो में परिवर्धित हो जाती है।

इस विकसित होती हुई संरचना को भ्रूण कहते है। भ्रूण गर्भाशय कि दीवार में रोपित होकर विकसित होता रहता है। जंतुओं में जनन

गर्भाशय में भ्रूण का निरंतर विकास होता रहता है। धीरे-धीरे विभिन शरीरिक अंग जैसे कि हाथ , पैर ,सिर,आँखे, कान इत्यादि विकसित हो जाते है।

भ्रूण की वह अवस्था जिसमे सभी शरीरिक भागों की पहचान हो सके गर्भ कहलाता है।

जब गर्भ का विकास पूरा हो जाता है तो माँ नवजात शिशु को जन्म देती है।

बाह्म निषेचन वाले जंतुओं में भ्रूण का विकास मादा के शरीर के बाहर ही होता है। जंतुओं में जनन

भ्रूण अंडावरण के अंदर विकसित होता रहता है। भ्रूण का विकास पूर्ण होने पर अंडजोत्पत्ति होता है।

लारवा का कुछ उग्र – परिवर्तनों द्वारा वयस्क जंतु में बदलने की प्रक्रिया कायांतरण कहलाती है।

वे जंतु जो सीधे ही शिशु को जन्म देते है जरायुज जंतु कहलाते है। वे जंतु जो अंडे देते है अंडप्रजक जंतु कहलाते है। जंतुओं में जनन

गर्भाशय में भ्रूण image

परखनली शिशु

कुछ स्त्रियों की अंडवाहिनी अवरुद्ध होती है। ऐसी स्त्रियाँ शिशु उत्पन्न करने में असमर्थ होती है क्योकि निषेचन के लिए शुक्राणु , मार्ग अवरुद्ध होने के कारण , अंडाणु तक नहीं पहुंच पाते।

ऐसी सिथित में डॉक्टर ताजा अंडाणु एवं शुक्राणु एकत्र करके उचित माध्यम में कुछ घंटो के लिए एक साथ रखते है जिससे IVF अथवा इनविट्रो निषेचन ( शरीर से बाहर कृत्रिम निषेचन ) हो सके। जंतुओं में जनन

अगर निषेचन हो जाता है तो युग्मनज को लगभग एक सप्ताह तक विकसित किया जाता है जिसके पश्चात् उसे माता के गर्भाशय में स्थापित किया जाता है।

माता के गर्भाशय में पूर्ण विकास होता है, तथा शिशु का जन्म सामान्य शिशु की तरह ही होता है।

इस तकनीक द्वारा जन्मे शिशु को परखनली शिशु कहते है। यह एक मिथ्या नाम है क्योकि शिशु का विकास परखनली में नहीं होता। जंतुओं में जनन

अलैंगिक जनन

जनन का वह प्रकार जिसमे केवल एक ही जीव भाग लेता है , अलैंगिक जनन कहलाता है।

हाइड्रा में मुकुल द्वारा नए जीव का विकास होता है। इस प्रकार के अलैंगिक जनन को मुकुलन कहते है।

अमीबा स्वयं दो भागों में विभाजित होकर संतति उत्पन्न करता है। इस प्रकार के अलैंगिक प्रजनन को द्विखंडन कहते है। जंतुओं में जनन

किसी समरूप कोशिका या किसी अन्य जीवित भाग अथवा सम्पूर्ण जीव को कृत्रिम रूप से उत्पन करने कि प्रक्रिया क्लोनिंग कहलाती है।

किसी जंतु कि सफलतापूर्वक क्लोनिंग सवर्प्रथम इयान विलमट और उनके सहयोगियों ने एडिनबर्ग , स्कॉटलैंड के रोजलिन इंस्टिट्यूट में की।

उन्होंने एक भेड़ को क्लोन किया जिसका नाम डॉली रखा गया। उसका जन्म 5 जुलाई 1996 को हुए था।

यह क्लोन किया जाने वाला पहला स्तनधारी था। जंतुओं में जनन

MCQ

प्रश्न 1. पौधों की ही तरह जंतुओं में भी जनन की दो विधियाँ होती है। यह है : –

उत्तर- ( 1 ) लैंगिक जनन ( 2 ) अलैंगिक जनन

प्रश्न 2. पौधों की ही तरह जंतु भी नर एवं मादा युग्मक बनाते है जो संलयित होकर बनाते है –

उत्तर- युग्मनज

प्रश्न 3. जनन जिसमे नर तथा मादा युग्मक का संलयन होता है , वह कहलाता है –

उत्तर- लैंगिक जनन

प्रश्न 4. नर जनन अंगो में होते है –

उत्तर- एक जोड़ा वर्षण, दो शुक्राणु नलिका तथा एक शिश्न ( लिंग )

प्रश्न 5. वर्षण नर युग्मक उत्पन्न करते है जिन्हे कहते है –

उत्तर- शुक्राणु

प्रश्न 6. शुक्राणु यदपि बहुत सूक्ष्म होते है , पर प्रत्येक में होती है –

उत्तर- एक सिर, एक मध्य भाग एवं एक पूँछ

प्रश्न 7. हर शुक्राणु में कोशिका के सामान्य पाए जाते है –

उत्तर- संघटक

प्रश्न 8. मादा जननांगो में होता है –

उत्तर- एक जोड़ी अंडाशय , अंडवाहिनी ( डिम्ब वाहिनी ) तथा गर्भाशय

प्रश्न 9. अंडाशय मादा युग्मक उत्पन्न करते है जिसे कहते है –

उत्तर- अंडाणु (डिम्ब )

प्रश्न 10. गर्भाशय वह भाग है जहाँ विकास होता है –

उत्तर- शिशु का

प्रश्न 11. शुक्राणु की तरह अंडाणु भी है –

उत्तर- एकल कोशिका

प्रश्न 12. शुक्राणु और अंडाणु का संलयन कहलाता है –

उत्तर- निषेचन

प्रश्न 13. निषेचन के परिणामसवरुप निर्माण होता है –

उत्तर- युग्मनज का

प्रश्न 14. वह निषेचन जो मादा के शरीर के अंदर होता है कहलाता है –

उत्तर- आंतरिक निषेचन

प्रश्न 15. वह निषेचन जो मादा के शरीर के बाहर होता है , कहलाता है –

उत्तर- बाह्य निषेचन

प्रश्न 16. निषेचन के परिणामस्वरूप युग्मनज बनता है जो विकसित होकर परिवर्धित होता है –

उत्तर- भ्रूण में

प्रश्न 17. युग्मनज लगातार विभाजित होकर बदल जाता है –

उत्तर- कोशिकाओं के गोले में

प्रश्न 18. भ्रूण की वह अवस्था जिसमे सभी शरीरिक भागों की पहचान हो सके कहलाता है –

उत्तर- गर्भ

प्रश्न 19. बाह्म निषेचन वाले जंतुओं में भ्रूण का विकास होता है –

उत्तर- मादा के शरीर के बाहर

प्रश्न 20. लारवा का कुछ उग्र – परिवर्तनों द्वारा वयस्क जंतु में बदलने की प्रक्रिया कहलाती है –

उत्तर- कायांतरण

प्रश्न 21. वे जंतु जो सीधे ही शिशु को जन्म देते है कहलाते है –

उत्तर- जरायुज जंतु

प्रश्न 22. वे जंतु जो अंडे देते है कहलाते है –

उत्तर- अंडप्रजक जंतु

प्रश्न 23. जनन का वह प्रकार जिसमे केवल एक ही जीव भाग लेता है , कहलाता है –

उत्तर- अलैंगिक जनन

प्रश्न 24. हाइड्रा में मुकुल द्वारा नए जीव का विकास होता है। इस प्रकार के अलैंगिक जनन को कहते है –

उत्तर- मुकुलन

प्रश्न 25. अमीबा स्वयं दो भागों में विभाजित होकर संतति उत्पन्न करता है। इस प्रकार के अलैंगिक प्रजनन को कहते है –

उत्तर- द्विखंडन

प्रश्न 26. किसी समरूप कोशिका या किसी अन्य जीवित भाग अथवा सम्पूर्ण जीव को कृत्रिम रूप से उत्पन करने कि प्रक्रिया कहलाती है –

उत्तर- क्लोनिंग

प्रश्न 27. किसी जंतु कि सफलतापूर्वक क्लोनिंग सवर्प्रथम एडिनबर्ग , स्कॉटलैंड के रोजलिन इंस्टिट्यूट में की –

उत्तर- इयान विलमट और उनके सहयोगियों ने

प्रश्न 28. इयान विलमट और उनके सहयोगियों ने एक भेड़ को क्लोन किया जिसका नाम रखा गया –

उत्तर- डॉली

प्रश्न 29. डॉली ( भेड़ ) क्लोन किया जाने वाला पहला था –

उत्तर- स्तनधारी