पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
पौधे एवं जतुओं का संरक्षण :- वनोन्मूलन का अर्थ है वनो को समाप्तः करने पर प्राप्त भूमि का अन्य कार्यो में उपयोग करने। वन में वृक्षों की कटाई निम्न उदेश्यों से की जाती है :
1. कृषि के लिए भूमि प्राप्त करना
2. घरो एवं कारखानों का निर्माण
3. फर्नीचर बनाने अथवा लकड़ी का ईंधन के रूप में उपयोग
दावानल एवं भीषण सूखा भी वनोन्मूलन के कुछ प्राकृतिक है। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
वनोन्मूलन के परिणाम
1. वनोन्मूलन से पृथ्वी पर ताप एवं प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होती है।
2. वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ जाता है।
3. भोम जल स्तर का निम्नीकरण हो जाता है।
4. वनोन्मूलन से जलचक्र का संतुलन बिगड़ता है और वर्षा दर में कमी आ जाती है जिसके कारण सूखा पड़ता है। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
5. मृदा के गुणों में अंतर आ जाता है।
6. मृदा अपरदन बढ़ जाता है।
7. वनोन्मूलन से मृदा की जल धारण क्षमता तथा भूमि की ऊपरी सतह से जल के नीचे की ओर अंत:स्रवण पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है जिसके परिणाम स्वरुप बाढ़ आती है।
8. मृदा के अन्य गुण, जैसे पोषक तत्व, गठन इत्यादि भी वनोन्मूलन के कारण प्रभावित होते हैं। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
किसी स्थान की मृदा के भौतिक गुणों पर वृक्षारोपण और वनस्पति का प्रभाव पड़ता है।
धीरे – धीरे उर्वर – भूमि का मरुस्थल में परिवर्तित होना मरुस्थलीकरण कहलाता है।
जैवमंडल पृथ्वी का वह भाग है जिसमे सजीव पाए जाते है अथवा जो जीवनयापन के योग्य है।
जैव विविधता का अर्थ है पृथ्वी पर पाए जाने वाले विभिन जीवो की प्रजातियाँ, उनके पारस्परिक सम्बन्ध एवं पर्यावरण से उनका सम्बन्ध । पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
वनस्पतिजात और प्राणीजात और उनके आवासों के संरक्षण हेतु संरक्षित क्षेत्र चिह्नित किए गए जिन्हें वन्यजीव अभ्यारण्य , राष्ट्रीय उद्यान और जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र कहते हैं।
वृक्षारोपण , कृषि , चारागाह , वृक्षों की कटाई , शिकार , खाल प्राप्त करने हेतु शिकार इन क्षेत्रों में निषेध है।
वन्यजीव अभ्यारण्य :- वह क्षेत्र जहाँ जंतु एवं उनके आवास किसी भी प्रकार के विक्षोभ से सुरक्षित रहते हैं।
राष्ट्रीय उद्यान :- वन्य जंतुओं के लिए आरक्षित क्षेत्र जहाँ वह स्वतंत्र रूप से आवास एवं प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं।
जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र :- वन्य जीवन , पौधों और जंतु संसाधनों और उसे क्षेत्र के आदिवासियों के पारंपरिक ढंग से जीवनयापन हेतु विशाल संरक्षित क्षेत्र। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र बनाए गए है।
जैव विविधता का अर्थ है किसी क्षेत्र विशेष में पाए जाने वाले सभी पौधों , जंतुओं और सूक्ष्मजीवों की विभिन्न प्रजातियाँ।
किसी क्षेत्र का जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र उस क्षेत्र की जैव विविधता एवं संस्कृति को बनाए रखने में सहायक होता है। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
किसी जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र के अंतर्गत अन्य संरक्षित क्षेत्र भी हो सकते हैं। पंचमढ़ी जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र में सतपुड़ा नामक एक राष्ट्रीय उद्यान तथा बोरी एवं पचमढ़ी नमक दो वन्यजंतु अभ्यारण्य आते हैं।
किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले पेड़-पौधे उस क्षेत्र के वनस्पतिजात एवं ज़ीव-जंतु प्राणिजात कहलाते है।
पौधों एवं जंतुओं की वह स्पीशीज़ जो किसी विशेष क्षेत्र में विशिष्ट रूप से पाए जाती है उसे विशेष क्षेत्री स्पीशीज़ कहते है। ये किसी अन्य क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से नहीं पाई जाती।
किसी विशेष प्रकार का पौधा या जन्तु किसी विशेष क्षेत्र, राज्य अथवा देश की विशेष क्षेत्री हो सकती है। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
पचमढ़ी जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र में स्तिथ साल और जंगली आम के पेड़ विशेष क्षेत्री वनस्पति जगत के उदाहरण है।
विसन, भारतीय विशाल गिलहरी तथा उड़नेवाली गिलहरी इस क्षेत्र के विशेष क्षेत्री प्राणी है।
स्पीशीज संजीवों की समष्टि का वह समूह है जो एक दूसरे से अन्तर्जनन करने में सक्षम होते है।
इसका अर्थ है कि एक जाति के सदस्य केवल अपनी जाति के सदस्यों के साथ, अन्य जातियों के सदस्यों को छोड़कर, जननक्षम संतान उत्पन्न कर सकते हैं।
एक जाति के सदस्यों में सामान्य लक्षण पाए जाते हैं। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
वन्यप्राणी अभ्यारण्य वह स्थान है जहाँ प्राणियों अथवा जंतुओं को मारना या शिकार करना अथवा पकड़ना पूणर्त: निषिद्ध एवं दंडनीय अपराध है।
यह विशाल आरक्षित क्षेत्र है तथा पर्यावरण क़े सम्पूर्ण संघटको का संरक्षण करने में पर्याप्त है। इन्हे राष्ट्रीय उघान कहते है। यह वनस्पतिजात, प्राणिजात, दृश्यभूमि, तथा पुरानी वस्तुओं का संरक्षण करते है।
किसी क्षेत्र क़े सभी पौधे, प्राणी एवं सूक्ष्मजीव अजैव घटको जैसे जलवायु , भूमि , नदी ,डेल्टा इत्यादि सयुक्त रूप से किसी पारितंत्र का निर्माण करते है।
ऐसे पक्षी जो उड़कर सुदूर क्षेत्रों तक लम्बी यात्रा करते है, प्रवासी पक्षी कहलाते है। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
1 टन कागज प्राप्त करने क़े लिए पूर्णरूपेण विकसित 17 वृक्षों को काटा जाता है।
हमें वृक्ष , ऊर्जा और पानी की बचत करने के लिए , कागज की बचत , उसका पुनः उपयोग और पुनः चक्रण करना चाहिए।
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान भारत का प्रथम आरक्षित वन है। सर्वोत्तम किस्म की टीक ( सागौन ) इस वन में मिलती है।
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान की चट्टानों में आवास भी स्थित है। यह इन वनों में मनुष्य की गतिविधियों के प्रागैतिहासिक प्रमाण है जिससे हमें आदिमानव के जीवन यापन के बारे में पता चलता है। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
चट्टानों के इन मानव आवासों में कुछ पेंटिंग कलाकृतियां भी मिलती हैं। पचमढ़ी जैवमंडल संरक्षित क्षेत्र में 55 चट्टान आवास की पहचान की जा चुकी है।
जंतु एवं मनुष्य को इन कलाकृतियों में लड़ते हुए , शिकार , नृत्य एवं वाद्ययंत्रों को बजाते हुए दर्शाया गया है।
सरकार ने बाघों के संरक्षण हेतु प्रोजेक्ट टाइगर अथवा बाघ परियोजना लागू की। इस परियोजना का उद्देश्य अपने देश में बाघों की उत्तरजीविता एवं संवर्धन करना था। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
रेड डाटा पुस्तक वह पुस्तक है जिसमें सभी संकटापन्न स्पीशीज का रिकॉर्ड रखा जाता है। पौधों , जंतुओं और अन्य स्पीशीज के लिए अलग- अलग रेड डाटा पुस्तकें हैं।
पुनर्वनरोपण, नष्ट किए गए वनों को पुनः स्थापित करने के लिए रोपण करना है।
भारत वन संरक्षण अधिनियम का उद्देश्य प्राकृतिक वनों का परिरक्षण और संरक्षण करना है साथ ही साथ ऐसे उपाय भी करना जिससे वन में और उसके समीप रहने वाले लोगों की आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
जैव विविधता का अर्थ है किसी विशिष्ट क्षेत्र में पाए जाने वाले सजीवों की विभिन्न किस्में।
संकटापन्न स्पीशीज वह स्पीशीज है जो विलुप्त होने की कगार पर है।
प्रवास वह परिघटना है जिसमें किसी स्पीशीज का अपने आवास से किसी अन्य आवास में हर वर्ष की विशेष अवधि में, विशेषकर प्रजनन हेतु चालान होता है। पौधे एवं जतुओं का संरक्षण
MCQ
प्रश्न 1. वनो को समाप्तः करने पर प्राप्त भूमि का अन्य कार्यो में उपयोग करना कहलाता है –
उत्तर- वनोन्मूलन
प्रश्न 2. किसी स्थान की मृदा के भौतिक गुणों पर प्रभाव पड़ता है –
उत्तर- वृक्षारोपण और वनस्पति का
प्रश्न 3. धीरे – धीरे उर्वर – भूमि का मरुस्थल में परिवर्तित होना कहलाता है –
उत्तर- मरुस्थलीकरण
प्रश्न 4. वह परिघटना है जिसमें किसी स्पीशीज का अपने आवास से किसी अन्य आवास में हर वर्ष की विशेष अवधि में, विशेषकर प्रजनन हेतु चालान होता है उसे कहते है –
उत्तर- प्रवास
प्रश्न 5. वह स्पीशीज है जो विलुप्त होने की कगार पर है, वह कहलाती है –
उत्तर- संकटापन्न स्पीशीज
प्रश्न 6. जैव विविधता का क्या अर्थ है ?
उत्तर- जैव विविधता का अर्थ है किसी विशिष्ट क्षेत्र में पाए जाने वाले सजीवों की विभिन्न किस्में।
प्रश्न 7. नष्ट किए गए वनों को पुनः स्थापित करने के लिए रोपण करना कहलाता है –
उत्तर- पुनर्वनरोपण
प्रश्न 8. वह पुस्तक जिसमें सभी संकटापन्न स्पीशीज का रिकॉर्ड रखा जाता है –
उत्तर- रेड डाटा पुस्तक
प्रश्न 9. सरकार ने बाघों के संरक्षण हेतु लागू की –
उत्तर- प्रोजेक्ट टाइगर अथवा बाघ परियोजना
प्रश्न 10. प्रोजेक्ट टाइगर परियोजना का उद्देश्य अपने देश में करना था –
उत्तर- बाघों की उत्तरजीविता एवं संवर्धन
प्रश्न 11. सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान में मनुष्य की गतिविधियों के मिले है –
उत्तर- प्रागैतिहासिक प्रमाण
प्रश्न 12. सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान भारत का है –
उत्तर- प्रथम आरक्षित वन
प्रश्न 13. ऐसे पक्षी जो उड़कर सुदूर क्षेत्रों तक लम्बी यात्रा करते है, वे कहलाते है –
उत्तर- प्रवासी पक्षी
प्रश्न 14. किसी क्षेत्र क़े सभी पौधे, प्राणी एवं सूक्ष्मजीव अजैव घटको जैसे जलवायु , भूमि , नदी ,डेल्टा इत्यादि सयुक्त रूप से निर्माण करते है –
उत्तर- किसी पारितंत्र का
प्रश्न 15. वह स्थान जहाँ प्राणियों अथवा जंतुओं को मारना या शिकार करना अथवा पकड़ना पूणर्त: निषिद्ध एवं दंडनीय अपराध है –
उत्तर- वन्यप्राणी अभ्यारण्य
प्रश्न 16. एक जाति के सदस्यों में पाए जाते हैं –
उत्तर- सामान्य लक्षण
प्रश्न 17. स्पीशीज संजीवों की समष्टि का वह समूह है जो एक दूसरे से करने में सक्षम होते है –
उत्तर- अन्तर्जनन
प्रश्न 18. पौधों एवं जंतुओं की वह स्पीशीज़ जो किसी विशेष क्षेत्र में विशिष्ट रूप से पाए जाती है उसे कहते है –
उत्तर- विशेष क्षेत्री स्पीशीज़
प्रश्न 19. किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले पेड़-पौधे उस क्षेत्र के कहलाते है –
उत्तर- वनस्पतिजात
प्रश्न 20. किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले ज़ीव-जंतु उस क्षेत्र के कहलाते है –
उत्तर- प्राणिजात
प्रश्न 21. किसी क्षेत्र का जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र उस क्षेत्र की बनाए रखने में सहायक होता है –
उत्तर- जैव विविधता एवं संस्कृति को
प्रश्न 22. जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से बनाए गए है –
उत्तर- जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र
प्रश्न 23. वन्य जंतुओं के लिए आरक्षित क्षेत्र जहाँ वह स्वतंत्र रूप से आवास एवं प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं –
उत्तर- राष्ट्रीय उद्यान
प्रश्न 24. वन्य जीवन , पौधों और जंतु संसाधनों और उसे क्षेत्र के आदिवासियों के पारंपरिक ढंग से जीवनयापन हेतु विशाल संरक्षित क्षेत्र –
उत्तर- जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र
प्रश्न 25. वनस्पतिजात और प्राणीजात और उनके आवासों के संरक्षण हेतु संरक्षित क्षेत्र चिह्नित किए गए जिन्हें कहते हैं –
उत्तर- वन्यजीव अभ्यारण्य , राष्ट्रीय उद्यान और जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र